जयपुर- भरतपुर, अलवर और धौलपुर में लगातार बारिश के चलते हालात बिगड़ने लगे हैं। यहां पिछले दो दिनों से चल रही रिमझिम और तेज बरसात के कारण भरतपुर में बाढ़ की स्थिति बन गई है। सरकार के नुकसान का आकलन करवाने के ऐलान के बाद सक्रिय हुए कृषि विभाग ने फसलों के खराबे का आकलन किया है। टोंक, बूंदी में फसलों के भारी खराबे की जानकारी सामने आई है। इधर, बीते 24 घंटे में सबसे ज्यादा हालात भरतपुर के खराब रहे। यहां सेवर में 227 मिलीमीटर (करीब 9 इंच) बारिश हुई है।
इससे चारों तरफ पानी ही पानी दिखाई दे रहा हैं। पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने भरतपुर के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। इसके साथ ही जयपुर और कोटा संभाग में कई स्थानों पर भी मध्यम बरसात हुई। इधर जयपुर में बीसलपुर बांध के दो गेट खोलकर पानी की निकासी रविवार को भी जारी रही। हीरापुर बांध के समीप पार्वती नदी पुलिया पर पानी के तेज बहाव में ट्रैक्टर नदी में गिर गया।
ट्रैक्टर पर बैठे सभी 4 लोग पानी में गिर गए, जिनमें रविदास पुत्र रोशनलाल जाटव उम्र करीब 50 वर्ष की पानी में डूबने से मौके पर ही मौत हो गई। अलवर में किसानों की खेतों कटी फसल पानी में तैर रही। इधर, तेज बरसात के कारण पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है।
पार्वती नदी पर 6 फीट ओवर फ्लो
धौलपुर के सैंपऊ में पार्वती नदी की रपट से पानी 6 फीट ऊपर तक बहा। बाड़ी-सैपऊ मार्ग एवं मनिया कोलारी मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है। इससे सैपऊ उपखंड मुख्यालय से दर्जनों गांवों का सड़क संपर्क पूरी तरह टूट चुका है। जिलेभर में लगातार हो रही बारिश से आम जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो रहा है। उधर, नागौर के परबतसर में रविवार को 109 मिलीमीटर बरसात हुई। झुंझुनूं में बादलों की आवाजाही के बाद बरसात का दौर शुरू हुआ। यहां एक मकान ढह गया।
हाड़ौती में बुवाई प्रभावित
झालावाड़ में एक दिन के अंतराल के बाद आज फिर बारिश का दौर चलता रहा। उदयपुर संभाग में कुछ ही स्थानों पर बरसात चली, लेकिन कोटा संभाग में बूंदी, कोटा और लाखेरी आदि स्थानों पर बरसात जारी रही। सवाई माधोपुर, चौथ का बरवाड़ा और गंगापुर सिटी और टोंक के कुछ हिस्सों में बरसात हुई। इन क्षेत्रों में अब सरसों की बुवाई भी तय समय पर नहीं हो पाएगी। धरती में नमी की मात्रा ज्यादा होने से किसान सरसों की जगह अब गेहूं की बुवाई पर जोर दे रहे हैं।
असर कम होने के आसार
मौसम विभाग के अनुसार आगामी चौबीस घंटों में उत्तर-पश्चिम विक्षोभ का प्रभावन पूर्वी हिस्सों में कम होने से इन क्षेत्रों में बरसात में कमी आनी शुरू होगी। लेकिन नागौर झुंझुनूं और जोधपुर संभाग के कुछ क्षेत्रों में बरसात होगी।
कलेक्टर्स के साथ वीसी
कृषि विभाग के प्रमुख शासन सचिव दिनेश कुमार और आयुक्त कानाराम ने विभागीय अधिकारियों तथा जिला कलेक्टर्स के साथ रविवार को टोंक, बूंदी एवं कोटा जिले का दौरा कर बरसात से खराब हुई फसलों का जायजा लिया। उन्होंने कृषि एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों तथा बीमा कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में फसल खराबे की स्थिति की समीक्षा की और तुरंत सर्वे चालू कर शीघ्र कार्यवाही पूरी करने के निर्देश दिए।