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अजमेर। रेलवे परिसर में पड़े अनुपयोगी कबाड़ (स्क्रैप) के निस्तारण के लिए रेलवे द्वारा अनेक कार्य किए जा रहे हैं। इनके हटने से सुरक्षा बढ़ाने के साथ ही परिसर में साफ-सफाई भी सुनिश्चित हो सकेगी। भण्डार विभाग के मिशन जीरो स्क्रैप अभियान के अंतर्गत कबाड़ निस्तारण के लिए रेलवे स्टेशन, रेलवे सेक्शन, डिपो, वर्कशॉप, शेड एवं रेलवे परिसर को कबाड़ मुक्त बनाने के विशेष प्रयास किये जा रहे हैं. उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक विजय शर्मा के दिशा-निर्देशों एवं प्रयासों से वित्तीय वर्ष 2022-23 में नवंबर माह तक अनुपयोगी एवं बेकार कबाड़ (स्क्रैप) को बेचकर उत्तर पश्चिम रेलवे ने 140.52 करोड़ रुपये की आय अर्जित की है. .
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार भंडार विभाग द्वारा स्टेशनों, रेलवे परिसरों, फील्ड यूनिटों से पुराने कबाड़ को हटाने और बेचने का काम किया जा रहा है. वित्तीय वर्ष में भण्डार विभाग द्वारा नवम्बर माह तक रु. उत्तर पश्चिम रेलवे को इस वर्ष कबाड़ निस्तारण से 192 करोड़ रुपये अर्जित करने का लक्ष्य दिया गया है। रेलवे द्वारा स्क्रैप में स्क्रैप रेल, ट्रैक सामग्री, स्क्रैप वैगन, कोच और फेरस स्क्रैप शामिल हैं। आईआरपीएस पोर्टल की ई-नीलामी के माध्यम से स्क्रैप की बिक्री से होने वाली आय का उपयोग रेलवे द्वारा बुनियादी ढांचे के विकास के लिए किया जा रहा है
Admin4
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