राजस्थान

पुष्कर: पंचतीर्थ स्नान के साथ शुरू हुआ 5 दिवसीय धार्मिक मेला

Shantanu Roy
14 Nov 2021 8:33 AM GMT
पुष्कर: पंचतीर्थ स्नान के साथ शुरू हुआ 5 दिवसीय धार्मिक मेला
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धार्मिक नगरी पुष्कर (Religious City Pushkar) का पांच दिनों तक चलने वाला धार्मिक मेला पंचतीर्थ स्नान के साथ शुरू हो गया है. तिथि क्षय के कारण इस वर्ष स्नान के छठवें दिन भी विशेष धार्मिक महत्व रहेगा.

जनता से रिश्ता। धार्मिक नगरी पुष्कर (Religious City Pushkar) का पांच दिनों तक चलने वाला धार्मिक मेला पंचतीर्थ स्नान के साथ शुरू हो गया है. तिथि क्षय के कारण इस वर्ष स्नान के छठवें दिन भी विशेष धार्मिक महत्व रहेगा. देवउठनी एकादशी के दिन श्रद्धालुओं ने सरोवर में डुबकी लगाकर पुजा अर्चना की. 2 वर्षों के अंतराल के बाद धार्मिक मेले में श्रद्धालुओं (Pilgrims) की संख्या भी अधिक देखी गई है.

पंचतीर्थ स्नान का है महत्व
ऐसी मान्यता है की कार्तिक पंचतीर्थ स्नान (Panchtirth Snaan) में किए स्नान का फल, एक हजार बार किए गंगा स्नान के समान, सौ बार माघ स्नान के समान और जो फल कुम्भ में प्रयाग में स्नान करने पर मिलता है, वही फल कार्तिक माह में किसी पवित्र नदी के तट पर स्नान करने से मिलता है. जो व्यक्ति कार्तिक के पवित्र माह के नियमों का पालन करते हैं, वह वर्ष भर के सभी पापों से मुक्ति पाते हैं. इन्ही मान्यताओं के चलते कार्तिक माह की प्रबोधनी एकादशी के दिन धार्मिक नगरी पुष्कर में श्रदालुओ ने पवित्र सरोवर में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) के साथ आस्था की डूबकी लगाकर धर्म लाभ प्राप्त किया. महास्नान के लिए सरोवर के घाटों पर प्रात: काल से ही महिला श्रदालुओं का आना शुरू हो गया. श्रदालुओं ने सरोवर के घाटो पर दीपदान कर पूजा
CM ने दिया खुशहाली और चहुमुखी विकास की कामना का संदेश
पुष्कर के आध्यात्मिक महत्व के पंचतीर्थ महा स्नान का आगाज कार्तिक एकादशी के अवसर पर हो गया है. इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) ने कस्बे के साधु-संतों की मौजूदगी में पुष्कर सरोवर पर पूजा अर्चना एवं दुग्ध अभिषेक का आयोजन करवाया गया. साथ ही पीसीसी उपाध्यक्ष एवं पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री नसीम अख्तर इंसाफ (PCC Vice President Naseem Akhtar Insaaf) ने प्रदेश वासियो को पुष्कर धार्मिक मेले की बधाई देते हुए मुख्यमंत्री का संदेश सुनाया. मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में प्रदेश में खुशहाली और चहुमुखी विकास की कामना की. गौरतलब है कि पुष्कर के धार्मिक इतिहास में यह पहला मौका था जब सूबे के मुख्यमंत्री द्वारा पुष्कर सरोवर पर दुग्ध अभिषेक पूजा अर्चना कर अपना संदेश भेजा गया था.
सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद
इस दौरान जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित और जिला पुलिस कप्तान विकास शर्मा ने भी सरोवर पर पूजा अर्चना कर धर्म लाभ कमाया. पुष्कर मेले की व्यवस्थाओं के संबंध में जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित और जिला पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने बताया कि मेले को लेकर तमाम व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से अंजाम दिया जा रहा है. सुरक्षा व्यवस्थाओ को लेकर पुष्कर सरोवर, जगतपिता ब्रह्मा मंदिर, और पुष्कर मेला मैदान में अतिरिक्त पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है. साथ ही क्यूआरटी टीम को भी पुष्कर मेले की व्यवस्थाओं में तैनात किया गया है.
तैंतीस करोड़ देवी -देवता सरोवर में करते हैं वास
तीर्थ पुरोहितो के अनुसार कार्तिक माह में हर वर्ष कार्तिक एकादशी से पूर्णिमा तक पांच दिनों तक तैंतीस करोड़ देवी -देवता पवित्र सरोवर में वास करते हैं. इन्ही मान्यताओं को ध्यान में रखते हुए न केवल कार्तिक माह के इन पांच दिनों में बल्कि पुरे कार्तिक माह में देश ओर दुनिया के लाखों श्रदालु पवित्र सरोवर में आस्था की डुबकी लगाने पुष्कर आते है. इस वर्ष तिथि शय के कारण 19 नवम्बर को भी स्न्नान का विशेष धार्मिक महत्व रहेगा. गौरतलब है कि कोरोना काल के दौरान 2 वर्षों तक रही पाबंदियों के बाद श्रद्धालुओ की आवक में खासा इजाफा देखा गया है. जिसको लेकर सरोवर के सभी घाटों पर पुलिस (Police) और एसडीआरएफ (SDRF) का जाब्ता तैनात रहा.


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