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चित्तौरगढ़। गुरुवार को जोधपुर हाईकोर्ट के आदेश के बाद कमलेश पुरोहित ने एक बार फिर चित्तौड़गढ़ सहकारी भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष का पदभार संभाल लिया है. इस अवसर पर चित्तौड़गढ़, बेगुन, बड़ीसादड़ी, कपासन, निम्बाहेड़ा आदि क्षेत्रों के निदेशक एवं सदस्य उपस्थित थे। पिछले महीने सरकार ने चित्तौड़गढ़ सहकारी भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष कमलेश पुरोहित को हटाकर प्रशासक नियुक्त करने का आदेश जारी किया था। इस आदेश के खिलाफ पुरोहित ने कोर्ट की शरण ली। सरकार के आदेश पर कोर्ट से स्टे मिला है। इसके बाद कमलेश पुरोहित भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष बने रहेंगे।
राज्य सरकार ने दिसंबर के अंतिम सप्ताह में आदेश जारी कर सहकारी बैंकों में लगे चेयरमैन को हटाने और प्रशासक नियुक्त करने का आदेश दिया था. ऐसे में चित्तौड़गढ़ केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह और भूमि विकास बैंक चित्तौड़गढ़ के अध्यक्ष कमलेश पुरोहित को हटाकर इन बैंकों की बागडोर चित्तौड़गढ़ जिलाधिकारी को सौंप दी गई. राज्य सरकार के इस आदेश के खिलाफ सभापति कमलेश पुरोहित और लक्ष्मण सिंह खोर ने कोर्ट की शरण ली थी. ऐसे में बुधवार को सुनवाई के बाद कोर्ट ने राज्य सरकार के आदेश पर रोक लगा दी. कोर्ट के आदेश के मुताबिक कमलेश पुरोहित अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे. आपको बता दें कि 7 जनवरी को लक्ष्मणसिंह खोर ने सीकेएसबी बैंक के चेयरमैन का पद भी ज्वाइन किया था।
कोर्ट का आदेश मिलने के बाद सभापति कमलेश पुरोहित व उनके समर्थकों में खुशी देखी गई. आदेश की कॉपी मिलने के बाद पुरोहित गुरुवार को चित्तौडग़ढ़ भूमि विकास बैंक पहुंचे. उन्होंने फिर से पदभार ग्रहण किया। इस दौरान पूर्व विधायक बद्रीलाल जाट, प्रधान प्रतिनिधि रणजीत सिंह भाटी, जिला महासचिव तेजपाल रैगर, यूआईटी के पूर्व अध्यक्ष सुरेश झंवर, बस्सी मंडल अध्यक्ष भंवरसिंह खरदीबावड़ी, जिला उपाध्यक्ष रघु शर्मा सहित कई लोग मौजूद रहे.

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