राजस्थान

जिले में 64 हजार क्विंटल सरसों की खरीद, चने की चाल धीमी

Shantanu Roy
1 July 2023 12:15 PM GMT
जिले में 64 हजार क्विंटल सरसों की खरीद, चने की चाल धीमी
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करौली। जिले में समर्थन मूल्य पर चना-सरसों की खरीद के लिए सरकार द्वारा बनाए गए खरीद केंद्रों पर अब तक करीब 64 हजार क्विंटल सरसों की खरीद हो चुकी है, जबकि किसानों ने चना की बिक्री में कोई योगदान नहीं दिया है। समर्थन मूल्य. ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई. इस बार खरीदी केंद्रों पर करीब 9 हजार क्विंटल चने की ही आवक हुई है। वहीं टोडाभीम क्रय-विक्रय सहकारी समिति जिले में सरसों की खरीद में अव्वल रही है, जहां 21 हजार क्विंटल से अधिक सरसों की खरीद हो चुकी है, जबकि चना खरीद में नादौती क्रय-विक्रय सहकारी समिति अव्वल रही है. जहां 4038 क्विंटल चना खरीदा जा चुका है। गया। वहीं, दो केंद्र करौली और सपोटरा ऐसे रहे हैं, जहां चने की खरीद शुरू ही नहीं हो पाई. केन्द्रों पर अब तक 2832 किसानों द्वारा चना-सरसों बेचा जा चुका है।
सरसों खरीद की तारीख बढ़ी: सरकार की ओर से इस बार समर्थन मूल्य पर चना और सरसों की खरीद 1 अप्रैल से 30 जून के बीच करने का निर्णय लिया गया था, लेकिन ज्यादातर केंद्रों पर समय पर खरीद शुरू नहीं हो सकी. कुछ जगहों पर मई माह में खरीद शुरू हो गयी. अब सरकार द्वारा सरसों की खरीद 14 जुलाई तक बढ़ा दी गई है, जबकि चने की खरीद अवधि शुक्रवार को पूरी हो गई। टोडाभीम में सरसों की सर्वाधिक खरीद: जिले में इस बार चार क्रय विक्रय सहकारी समितियों के माध्यम से 6 खरीद केन्द्रों पर चना-सरसों की खरीद की गई है। इनमें से टोडाभीम क्रय-विक्रय सहकारी समिति द्वारा अब तक 21 हजार 499 क्विंटल सरसों की खरीद की जा चुकी है, जबकि सबसे कम सरसों की आवक सपोटरा केन्द्र पर हुई, जहां 3362 क्विंटल सरसों की ही आवक हुई. सपोटरा में हिंडौन केवीएसएस से खरीदा गया। उधर, हिण्डौनसिटी में क्रय विक्रय सहकारी समिति पर 18 हजार क्विंटल की आवक हुई है। जीरोता में 11 हजार 301 क्विंटल, करौली में 4315 क्विंटल सरसों की आवक हुई। वहीं नादौती में 5429 क्विंटल सरसों खरीदी जा चुकी है। गौरतलब है कि हिंडौन केवीएसएस द्वारा हिंडौन के साथ-साथ जीरोता और सपोटरा में भी खरीदारी की गई थी।
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