जयपुर: सरल, सुगम और सुरक्षित यातायात पुलिस की प्राथमिकता है। बढ़ती सड़क हादसों को रोकने के लिए आमजन की सहभागिता जरूरी है। ये बातें पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने पुलिस मुख्यालय में पुलिस की यातायात शाखा ने सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में लम्बे समय से कार्यरत स्वयं सेवी संस्था मुस्कान के सहयोग से आयोजित सड़क सुरक्षा कंसल्टेशन मीटिंग में कही। राजस्थान पुलिस की वर्ष 2023 के लिए निर्धारित पांच प्राथमिकताओं में भी सुरक्षित यातायात को विशेष महत्व प्रदान कर सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्यु को कम करना रखा गया है। राजस्थान वर्ष 2021 में 9055 जानलेवा हादसों के साथ देश में छठे स्थान पर था।
प्रदेश में विगत कई वर्षों से प्रतिवर्ष करीब 10 हजार लोगों की मौत सड़क हादसों में हो रही है। उन्होंने वर्ष 2022 में घटित सड़क दुर्घटनाओं के लगभग एक चौथाई व्यक्ति 18 से 25 वर्ष आयु वर्ग के थे। इससे राज्य के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग तीन प्रतिशत नुकसान हो रहा है। मुस्कान संस्था के चेयरमैन व सेवानिवृत्त डीजीपी मनोज भट्ट ने कहा कि सामूहिक प्रयासों से सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों की संख्या में कमी लाई जा सकती है।