जींद। डीसी को ज्ञापन सौंपने की मांग पर सोमवार को सरपंच तथा पुलिस (Police) आमने-सामने हो गई. इस दौरान पुलिस (Police)कर्मियों ने सरपंचों को भगाने के लिए बल का प्रयोग किया. कई सरपंचों पर पुलिस (Police) के डंडे भी बरसे. गौरतलब है कि जिलेभर के सरपंच सोमवार (Monday) मागों को लेकर लघु सचिवालय मे डीसी को ज्ञापन देने पहुंचे थे. हालांकि सीटीएम अमित कुमार नीचे उतर कर ज्ञापन लेने आए लेकिन सरपंचों ने उन्हें ज्ञापन देने से मना कर दिया.
सरपंच डीसी को नीचे आकर ज्ञापन लेने की माग पर अड गए. काफी देर तक भाषणबाजी का दोर चला. डीसी पांच प्रतिनिधियों को ऊपर आकर ज्ञापन देने की बात कहते रहे. जिसके बाद अल्टीमेटमों का सिलसिला शुरू हो गया. फिर सरपंचों ने पोर्च के रास्ते को बंद कर दिया. पुलिस (Police) ने उन्हें समझाने का प्रयास किया. सरपंचों ने साफ कहा कि डीसी नीचे उतर कर उनसे ज्ञापन लें. शाम तक जब सरपंच रास्ते से नहीं हटे तो पुलिस (Police) ने उन्हें जबरन उठाना शुरू कर दिया. जिस पर दोनों तरफ से धक्का-मुक्की शुरू हो गई तथा हाथापाई शुरू हो गई. हालात बिगडते पुलिस (Police) ने कुछ सरपंचो को डंडे भी फटकारे. वहीं सरपंचों के साथ पुलिस (Police) द्वारा किए गए दुव्र्यवहार के खिलाफ माजरा खाप तथा कंडेला खाप ने रोष जताया है. माजरा खाप पंचायत के प्रवक्ता समुंद्र सिंह व कंडेला खाप पंचायत के प्रधान ओमप्रकाश कंडेला ने कहा कि सरपंच भी चुने हुए प्रतिनिधि हैं. सरपंचों के साथ हुआ दुव्र्यवहार सही नहीं है. उन्हाने मांग की कि पुलिस (Police) हिरासत में लिए गए सरपंचों को रिहा किया जाए.