राजस्थान

राजस्थान में सैकड़ों गौवंश की अकाल मौत

Bharti sahu
16 April 2022 4:42 PM GMT
राजस्थान में सैकड़ों गौवंश की अकाल मौत
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राजस्थान के बाड़मेर जिले में सरकारी गौशाला में सैकड़ों गौवंश की मौत के मामले में कड़ी कार्रवाई की बात की जा रही है

राजस्थान के बाड़मेर जिले में सरकारी गौशाला में सैकड़ों गौवंश की मौत के मामले में कड़ी कार्रवाई की बात की जा रही है। राजस्थान गौ-सेवा आयोग के अध्यक्ष और बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने शनिवार को कहाकि कलेक्टर की अध्यक्षता में जांच कमेटी जांच बना दी गयी है। जैन ने कहाकि जांच रिपोर्ट में जो भी अधिकारी या कर्मचारी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।

गौसेवा आयोग अध्यक्ष के गृह जिले का है मामला
गौरतलब है कि सरकारी लापरवाही के चलते बाड़मेर जिले के बालोतरा में जैरेला रोड पर बालोतरा नगर परिषद द्वारा कांजी हाउस का संचालन किया जा रहा है। यहां पर सैकड़ों की संख्या में गौवंश की मौत का मामला सामने आया है। गौवंश की मौत राजस्थान गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष के गृह जिले में हो रही है। इसके बावजूद तंत्र तमाशबीन होकर बैठा है। लगातार हो रही गौवंश के बाद ही स्थानीय लोगों के विरोध और प्रदर्शन के बीच प्रशासन ने टीमें भेजकर गौवंश स्थिति का जायजा लिया। तब करीब 150 से अधिक गौवंश की मौत की जानकारी सामने आयी। इतना ही नहीं सरकारी रिपोर्ट में माना गया है कि रोजना तीन से चार गायों की मौत हो रही है।
अब बनी कलेक्टर की अध्यक्षता में जांच कमेटी
मामला सामने आने के बाद अब सरकार और प्रशासन दोनों हरकत में है। बाड़मेर में पत्रकारों से बात करते हुए राजस्थान गौ-सेवा आयोग के अध्यक्ष मेवाराम जैन ने कहा कि मामले जानकारी मिलते ही उन्होंने कलेक्टर की अध्यक्षता में कमेटी बनाते हुए जांच के निर्देश दे दिए। जैन ने कहाकि कमेटी पता लगाएगी कि गोवंश की मौत कैसे हुई। रिपोर्ट आने के बाद चल जाएगा कि गौवंश की मौत कैसे हुई है। जांच रिपोर्ट में जो भी अधिकारी या कर्मचारी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
धूल भरा चारा, प्रदूषित पानी मौत की वजह
नायाब तहसीलदार की जांच रिर्पोट में माना गया है कि गौवंश की मौत का कारण धूलभरा चारा और प्रदूषित पानी है। जांच रिपोर्ट में कहा गया कि बालोतरा शहर के जेरला रोड स्थित नगर परिषद द्वारा संचालित कांजी हाउस में आवारा पशुओं की गौशाला में वर्तमान में करीब 250 से अधिक गोवंश हैं। लेकिन उन्हें देने के लिए पर्याप्त चारा नहीं है। जो चारा दिया जा रहा है वह धूल से भरा है। वहीं पानी भी गंदा और दूषित सप्लाई हो रहा है। इसके अलावा इतनी बड़ी गौशाला की देखरेख के लिए एक ही व्यक्ति रखा गया है। वहीं छाया का इंतजाम न होने और पशुओं के हेल्थ चेकअप न होने की बात भी सामने आई है।


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