राजस्थान

Pratapgarh: महिला अधिकारिता विभाग द्वारा जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित महावारी स्वास्थ्य

Tara Tandi
24 Oct 2024 11:23 AM GMT
Pratapgarh: महिला अधिकारिता विभाग द्वारा जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित महावारी स्वास्थ्य
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Pratapgarh प्रतापगढ़ । निदेशालय, महिला अधिकारिता विभाग जयपुर के निर्देशानुसार एवं जिला कलक्टर के ओदश पर महिला अधिकारिता विभाग द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजनान्तर्गत महावारी स्वास्थ्य, स्वच्छता प्रबंधन एवं एनीमिया से बचाव पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन गुरुवार को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय स्थित सभाागर में किया गया।
इस कार्याशाला में जिले की समस्त ग्राम साथिनों, ब्लॉक प्रतापगढ़ की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, शिक्षा विभाग से महिला अध्यापिका एवं किशोरी बालिकाओं द्वारा भाग लिया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग डॉ. टी.आर. आमेटा ने उपस्थित प्रतिभागियों को ग्रामीण महिलाओं एवं बालिकाओं को महावारी स्वास्थ्य के बारे में उचित जानकारी देने के साथ ही उड़ान योजनान्तर्गत निःशुल्क वितरण किए जाने वाले पैड के लाभ के बारे में बताने को कहा जिससे से महिलाएं पेड उपयोग को लेकर सकारात्मक होकर इसका अधिकाधिक उपयोग करें। साथ ही उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ियों पर वितरित किए जाने वाले पोषाहार को उचित तरह से वितरण कर परिजनों को जागरूक करे और पोषाहार नियमित रूप से बच्चों को खिलाए जिससे की जिले में कुपोषित एवं अतिकुपोषित बच्चों की संख्या में कमी आए।
महिला अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक नेहा माथुर ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के उद्देश्यों को पूरा करने व महिलाओं और बालिकाओं को कुपोषण एवं एनीमिया के दुष्प्रभावों को परिचित कराने एवं इसे रोकने हेतु विभागीय निर्देशानुसार कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।
विभिन्न महिला संबंधित विषयों पर दी जानकारी
महिला संबंधित विषयों पर महिलाओं और किशोरियों को अधिक जानकारी देने के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ जिला चिकित्सालय प्रतापगढ़ डॉ. लखपत सिंह, बाल विकास परियोजना अधिकारी अरनोद रमीला जैन, आईपीई ग्लोबल के जिला परियोजना प्रबंधक अंशुल शर्मा, प्रयास संस्थान के समन्वयक विजय सिंह ने भाग लिया। जिला परियोजना प्रबंधक अंशुल शर्मा द्वारा एनिमिया की सामान्य परिभाषा देते हुए इसके कारण जैसे आयरन की कमी, कुपोषण, प्रसव के समय अत्यधिक रक्तस्त्राव, गर्भपात के समय अधिक रक्तस्त्राव, महावारी के समय अनियमित व अधिक स्त्राव आदि के बारे में बताया। साथ ही शरीर पर इसके प्रभाव व लक्षण जैसे कमजोरी, थकान, ध्यान की कमी के बारे में बताने के साथ ही एनिमिया के उपचार और रोकथाम हेतु किए जाने वाले उपाय जैसे आयरन युक्त आहार व हरी सब्जियां, गुड, अनार आदि का उपयोग, तिरंगा थाली युक्त भोजन आयरन की गोलियां और पूरक आहार नियमित स्वास्थ्य जांच आदि के बारे में बताया।
रमीला जैन ने माहवारी सामग्री का स्वच्छता से उपयोग माहवारी की सामग्री का परिचय विषय पर जानकरी देते हुए सेनेटरी नेपकिन, मेन्सट्रूल कप, और कपडे़ के सेनेटरी नेपकिन का साफ सुथरे तरीके से उपयोग करने के विषय में जानकारी देते हुए माहवारी प्रबंधन में स्वच्छता का पालन जैसे 3-6 घंटे में उपयोग में ली गई सामग्री को बदलना, स्नान करना, जननांगो को धोना, पुनः उपयोग में आने योग्य सामग्रियों का स्वच्छता प्रबंधन जैस अंर्तवस्त्रों को धूप में सुखाना, पेड का सुरक्षित निस्तारण महिलाओं व किशोरियों के लिए निःशुल्क सेनेटरी नैपकिन की उपलब्धता जैसे आई एम शक्ति उड़ान योजना की जानकारी दी। डॉ लखपत सिंह द्वारा किशोरियों में युवावस्था और युवावस्था के दौरान होने वाले परिवर्तन जैस आवाज में पविर्तन, स्तनों का विकास महावारी का प्रारंभ एवं स्त्री प्रजनन प्रणाली, माहवारी और माहवारी चक्र, महावारी और गर्भवास्था माहवारी के दौरान पोषण और स्वास्थ्य, किशोरावस्था के दौरान और महिलाओं के लिए पोषण का महत्व, और कुपोषण को कैसे प्रभावित करता है आदि की जानकारी दी व माहवारी संबंधी समस्याएं और विकार आदि के बारे में जुड़ी चिकित्सकीय तथ्यों व इससे जुड़ी भ्रांतियों के बारे में बताया। समन्वयक प्रयास संस्थान विजय सिंह द्वारा माहवारी से जुडे़ मिथक इन मिथकों का खंडन और सही जानकारी देते हुए बच्चों में एनीमिया दूर करने के तरीकों, सही स्तनपान तकनीक के बारे में उपस्थित महिलाओं को बताया। कार्यक्रम में मंच संचालन पर्यवेक्षक महिला अधिकारिता प्रतापगढ़ त्रिलोक राज सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर पर्यवेक्षक महिला अधिकारिता छोटीसादड़ी सपना तेली, वरिष्ट सहायक अनिल मेहता, परामर्शदाता महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र संतोष शर्मा, निशा मीणा, परामर्शदाता इंदिरा महिला शक्ति केन्द्र लक्ष्मी चौहान, डिपंल राजपूत, मिशन शक्ति जैडंर स्पेशलिस्ट हरीराम रैदास, विकास बारोलिया, मुस्कान मोची आदि उपस्थित रहे।
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निःशुल्क स्वर्ण प्राशन संस्कार शिविर संपन्न
प्रतापगढ़, 24 अक्टूबर। राजकीय जिला आयुर्वेद चिकित्सालय प्रतापगढ़ स्थित आंचल प्रसूता केंद्र पर गुरुवार को एक दिवसीय निःशुल्क स्वर्ण प्राशन संस्कार शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें 130 बच्चों को निःशुल्क स्वर्ण प्राशन संस्कार दवा पिलाई गई। शिविर का शुभारंभ भगवान धन्वंतरि की पूजा अर्चना कर किया गया। इस अवसर पर डॉ. मुकेश कुमार शर्मा, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी एवं आंचल प्रसूता केंद्र प्रभारी डॉ मनिषा मीणा, योग एवं प्राकृतिक चिकित्साधिकारी डॉ पुर्वा जैन, नर्सिंग स्टाफ सोमेश्वर निनामा, जीवनलाल पारखी, कला मीणा, रामकन्या रावत, परिचारक अरुण कुमार व्यास इत्यादि चिकित्सालय स्टाफ मौजूद रहा। स्वर्ण प्राशन में ब्राह्मी, मधु, घृत सहित कई स्वास्थ्यवर्धक औषधि शामिल है, जो बच्चों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह शिशुओं में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है और उनका हर मौसम में स्वास्थ बनाए रखने में महत्वपूर्ण होती है। आगामी स्वर्ण प्राशन संस्कार शिविर 21 नवम्बर को आयोजित किया जाएगा। शिविर में अधिक से अधिक बच्चों को इसका लाभ दिलाने हेतु सभी अभिभावको से आयुर्वेद विभाग अपील करता है।
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धन्वंतरि आरोग्य सप्ताह
प्रतापगढ़, 24 अक्टूबर। धन्वंतरि आरोग्य सप्ताह के अंतर्गत पुष्य नक्षत्र पर बच्चों को स्वर्ण प्राशन करवाया गया। आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर रेखा लबाना ने बताया स्वर्ण प्राशन से बच्चों का शारीरिक मानसिक विकास होता है रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है एवं इम्यूनिटी पॉवर मजबूत होता है। राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बोरी में पहले से पांचवी तक 54 बच्चों को और सरस्वती विद्या निकेतन में 135 बच्चे कुल 189 बच्चों को स्वर्ण प्राशन कराया गया जिसमें स्कूल के प्रिंसिपल एवं ललिता मैडम आयुर्वेद नर्स कंपाउंडर मंगल सराव एवं योग प्रशिक्षक हिमांशु कुमार तेली उपस्थित रहे। आरोग्य सप्ताह के अंतर्गत महिलाओं के स्वस्थ वृत्त आदि की जानकारी दी ।
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