राजस्थान
Pratapgarh: मकान, झोपड़ी व पशुबाड़ा की आर्थिक सहायता की प्रशासनिक स्वीकृति जारी
Tara Tandi
14 Nov 2024 11:31 AM GMT
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Pratapgarh प्रतापगढ़। जिले में आगजनी से पक्का मकान, कच्चा मकान, झोपड़ी, पशुबाड़ा, आंधी-तूफान से कच्चा मकान क्षतिग्रस्त होने पर आर्थिक सहायता की प्रशासनिक स्वीकृति जारी की गई है।
जिला कलक्टर डॉ. अंजलि राजोरिया ने प्रशासनिक स्वीकृति जारी कर बताया कि आंधी-तूफान से कच्चा मकान आंशिक क्षतिग्रस्त होने पर खेरोट निवासी पानकंवर को 4 हजार रूपये स्वीकृत किए गए है।
इसी तरह से आंधी-तूफान से कच्चा मकान गंभीर/अपूर्ण क्षतिग्रस्त होने पर पीपलखूंट तहसील के बड़ावदा कालीघाटी निवासी रामा भील को 15 हजार 228 रूपए, छोटीसादड़ी तहसील के नावनखेड़ी निवासी रायालाल मीणा का आंधी-तूफान से पक्का मकान क्षतिग्रस्त होने पर 6 हजार 500 रूपए, आंधी-तूफान से कच्चा मकान आंशिक क्षतिग्रस्त होने पर दलोट तहसील के मोरूण्डी निवासी सन्ताबाई मीणा, सरकोटा के निवासी हुरजाबाई मीणा, चम्पा मीणा, भूरिया मीणा, चौकली पीपली के निवासी समरथ मीणा, सोहनलाल मीणा को चार-चार हजार रूपए की प्रशासनिक स्वीकृति की राशि स्वीकृत की गई है।
इसी तरह से आंधी-तूफान से कच्चा मकान गंभीर/अपूर्ण क्षतिग्रस्त होने पर दलोट तहसील के सरकोट निवासी केसरी मीणा को 15 हजार व झुमली बाई मीणा को 8 हजार रूपए, झोपड़ी पूर्ण क्षतिग्रस्त होने पर भूरियाहोली निवासी भेरियर मीणा को 8 हजार, आगजनी से कच्चा मकान पूर्ण क्षतिग्रस्त होने पर धोराजी का पठार निवासी नाथु मीणा को 31 हजार 460 रूपए व छोटीसादड़ी के करजू निवासी भेरूलाल मीणा का पशुबाड़ा पूर्ण क्षतिग्रस्त होने पर 3 हजार रूपए की प्रशासनिक स्वीकृति राशि स्वीकृत की गई है।
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डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत बेसिक कम्प्यूटर अनुदेशकों को ब्लॉक मास्टर ट्रेनर्स के रूप में डिजिटल और साइबर जागरूकता हेतु प्रशिक्षित किया
प्रतापगढ़, 14 नवम्बर। डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत जिला कलक्टर डॉ.अंजलि राजोरिया के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में प्रतापगढ़ जिले में “डिजिटल सशक्तिकरण और साइबर जागरूकता” के तहत एन.आई.सी. जिला केंद्र द्वारा प्रतापगढ़ जिले में डिजिटल जागरूकता अभियान के तहत जिले के सभी बेसिक कम्प्यूटर अनुदेशकों को विडियो कॉन्फरेंस के माध्यम से ब्लॉक मास्टर ट्रेनर्स के रूप में डिजिटल एवं साइबर जागरूकता का प्रशिक्षण दिया गयाद्य डिजिटल दुनिया के वर्तमान परिदृश्य में, आम नागरिकों के बीच डिजिटल जागरूकता और ज्ञान का होना बहुत ही आवश्यक है। इसके साथ ही साइबर क्राइम से सावधान रहना ही साइबर जागरूकता हैद्य तथा मोबाईल की सुरक्षा अपनी स्वयं की साइबर सुरक्षा है।
जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार जिले में कार्यरत समस्त बेसिक कम्प्यूटर अनुदेशकों को संबंधित ब्लॉक के लिए ब्लॉक मास्टर ट्रेनर नियुक्त किये जाकर उपरोक्त प्रशिक्षण प्राप्त मास्टर ट्रेनर्स आने वाले सप्ताह में अपने ब्लॉक के सभी विद्यालयों से एक एक रिसोर्स पर्सन को चयनित कर उनके लिए ब्लॉक स्तर पर ऑनलाइन प्रशिक्षण सत्र आयोजित कर उन्हें प्रशिक्षित करेंगे द्य तथा प्रत्येक विद्यालय के इन रिसोर्स पर्सन द्वारा सभी विद्यालयों में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए उक्त अभियान के तहत डिजिटल जागरूकता प्रशिक्षण सत्र का आयोजन इस माह के अंतिम सप्ताह में करेंगें।
एन.आई.सी. के जिला सूचना-विज्ञान अधिकारी कमल नयन पांडिया ने बताया कि इस डिजिटल जागरूकता अभियान के क्रम में प्रतिभागियों को सरकार द्वारा नागरिक सेवाओं के लिए चलाये जा रहे कुछ महत्त्वपूर्ण डिजिटल प्लेटफॉर्म्स जैसे डिजिटल लॉकर, ई-ट्रांसपोर्ट, इलेक्शन, नेशनल स्कॉलरशिप, उमंग व जनसूचना पोर्टल, डिजिटल ई-पेमेंट प्लेटफॉर्म एवं साइबर अपराधों से सावधान रहने के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। आजकल साइबर मामलों में बढ़ोतरी के कारण महिलाओं, खासकर बच्चों तथा युवा वर्ग में डिजिटल जागरूकता के साथ साथ महत्वपूर्ण साइबर सुरक्षा टिप्स की जानकारी होना भी बहुत ही जरुरी है।
वर्तमान में होने वाले साइबर अपराधों के बारे में विस्तार से बताया कि डिजिटल अरेस्ट व ब्लेकमेलिंग के मामलों से बचने के लिए अनजान नंबर के व्हाट्सअप वीडियो कॉल को कभी भी रिसीव न करें, इस तरह का कॉल आने पर परिवार के अन्य सदस्यों से इसकी जानकारी शेयर अवश्य करेंद्य तथा किसी भी अपरिचित को अपनी व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी शेयर न करेद्य ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) स्कैम से बचने के लिए कभी भी किसी अनजान व्यक्ति को आपके मोबाईल पर आया हुआ किसी भी तरह का ओटीपी शेयर न करेद्य तथा किसी भी प्रलोभन के लिए आये ई-मेल व एसएमएस लिंक पर क्लिक न करें। किसी भी माध्यम से प्राप्त अनाधिकृत। APK फाइल या एप को इंस्टाल न करें एवं अपने मोबाईल को हर तरह से सुरक्षित रखे।
साइबर अपराध या वित्तीय धोखाधड़ी के लिए साइबरक्राइम पोर्टल या हेल्पलाईन नं. 1930 या प्रतापगढ़ साइबर सेल के लोकल हेल्पलाईन नं. 9257749686 पर शिकायत की जा सकती है तथा किसी भी अनजान कॉल से डराने धमकाने पर तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत की जा सकती है। साइबर सुरक्षा टिप्स के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं व बच्चों की काउंसलिंग के लिए “टेली मानस“ सेवा हेल्पलाईन नं. 14416 तथा महिला सुरक्षा सेवा हेल्पलाईन नं. 112 व 1090 के बारे में भी जानकारी दी।
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Tara Tandi
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