प्रताप सिंह खाचरियावास ने शांति धारीवाल के बयान का किया पलटवार
जयपुर: मंत्री शांति धारीवाल के पानी पिलाने वाले बयान पर खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने पलटवार किया है। अपने आवास पर मीडिया से बात करते हुए नेताओं को खुश करने के लिए इस तरह के बयान देना सही नहीं हैं। इससे पार्टी कमजोर होगी। वरिष्ठ नेता धारीवाल को अपने बयान पर संयम रखना चाहिए। किसी को पानी पिलाने का बयान नहीं देकर सबको गले लगाने का ध्यान देना चाहिए, ताकि हम आसानी से चुनाव जीत सकें। कांग्रेस राजस्थान में सरकार रिपीट कर रही है, लेकिन अब वक्त सबको साथ लेकर चलने का है।
खाचरियावास ने 13 मई 2008 को जयपुर में सीरियल बम ब्लास्ट मामले में हो रही राजनीति पर कहा कि तब वसुंधरा किस राज्य की सरकार की थी। अब भाजपा 15 साल के बाद मगरमच्छ के आंसू बहा रही है। वसुंधरा सरकार को बम ब्लास्ट के पीड़ितों को आर्थिक पैकेज देना चाहिए था। ब्लास्ट के आरोपियों को फांसी के फंदे पर पहुंचाना चाहिए था। केस इतना मजबूत बनाया जाना चाहिए ताकि एक भी आरोपी बरी नहीं होता। जयपुर बम ब्लास्ट के लिए तत्कालीन वसुंधरा सरकार जिम्मेदार थी। वसुंधरा सरकार को सबसे मजबूत पैरवी करनी चाहिए थी आरोपी बरी नहीं होते। अब बीजेपी के लोग कमियां निकाल रहे हैं, इन्हें जनता से माफी मांगने चाहिए। गहलोत सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर की है। आतंकवाद से देश में सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस के नेताओं को हुआ है। महात्मा गांधी को गोली लगी, इंदिरा गांधी को गोली लगी राजीव गांधी को बम से उड़ा दिया, आतंकवाद को सबसे ज्यादा कांग्रेस के नेताओं ने झेला है। बीजेपी अपनी आंखों पर पर्दा डालने के लिए इस तरह के नाटक कर रही है। कांग्रेस की सरकार ने जो काम जनता के हित में किए हैं, लोगों का ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं।
जयपुर बम ब्लास्ट केस में चार्जशीट बीजेपी की सरकार के समय में हुई थी, अब 15 साल बाद बम बम ब्लास्ट पीड़ितों के घर जाकर केवल राजनीति करने का काम कर रहे हैं। केंद्र में आप की सरकार है, आतंकवाद पर संसद में बिल लाया जाए और जो भी आतंकवादी गतिविधि में शामिल हो उसे फांसी पर चढ़ाया जाए।
कर्नाटक में बन रही कांग्रेस सरकार: खाचरियावास ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही हैं।
बजरंगबली कांग्रेस के साथ हैं। अन्य सवाल के जवाब में कहा कि सचिन पायलट भाजपा राज के भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर यात्रा निकाल रहें है, इसमें कोई गुनाह नहीं है। राहुल गांधी भी लगातार भ्रष्टाचार के मामलों पर बोलते रहें हैं। पेपरलीक ममलेवमे पायलट सहित किसी भी नेता के सुझाव आएंगे तो हम उन पर केबिनेट में चर्चा करके लागू करने का प्रयास करेंगे। पेपर लीक मामले में हमारी सरकार संवेदनशील है। पेपर लीक पर हमने विधानसभा में कानून बनाया। सबसे ज्यादा आरोपी पकड़े गए हैं इतनी कार्रवाई आज तक किसी दूसरे स्टेट में नहीं हुई है।
सरकार सोनिया-राहुल ने बचाई
सियासी संकट में सरकार बचाने के सवाल पर कहा कि राजस्थान की सरकार को केवल सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने बचाया था। उनके चेहरे पर 102 विधायक बाड़ेबंदी में रहे। राहुल गांधी के दूत केसी वेणुगोपाल, रणदीप सिंह सुरजेवाला और अजय माकन हमारे साथ रहे। बाद में 19 विधायक लौट कर आए तो उन्होंने विधानसभा में विश्वास मत के दौरान कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया था।