राजस्थान

पोषण पखवाड़ा- पोषण पखवाड़ा दैनिक गतिविधियों में राजस्थान को अव्वल लाने के लिए करें काम

Tara Tandi
15 March 2024 11:33 AM GMT
पोषण पखवाड़ा- पोषण पखवाड़ा दैनिक गतिविधियों में राजस्थान को अव्वल लाने के लिए करें काम
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जयपुर । महिला एवं बाल विकास विभाग के शासन सचिव डॉ. मोहनलाल यादव ने शुक्रवार को निदेशालय समेकित बाल विकास सेवाएं मुख्यालय में आयोजित बैठक में पोषण पखवाड़ा की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पोषण पखवाड़ा की दैनिक गतिविधियों में राजस्थान को अव्वल लाने के लिए काम करना होगा। उन्होंने कहा कि गतिविधियों के बेहतर आयोजन के साथ ही उनको दैनिक रूप से पोषण ट्रैकर पर अपलोड किया जाए।
निदेशक समेकित बाल विकास सेवाएं श्री ओ पी बुनकर ने बताया कि पोषण अभियान के अंतर्गत शनिवार 9 से 23 मार्च तक चल रहा पोषण पखवाड़ा शुक्रवार को सातवें दिन भी जारी रहा। उन्होंने बताया कि सभी उपनिदेशकों एवं सीडीपीओ को पोषण पखवाड़ा में शामिल होने के साथ ही अधिकारियों को इन गतिविधियों का निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए है। निदेशक श्री बुनकर ने बताया कि अब तक ईसीसीई पर शपथ, विभिन्न विभागों और समुदायो के अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को शामिल किया जाकर गतिविधियां आयोजित की गई। आंगनबाड़ी केन्द्रो पर ईसीसीई सीखने के कोनो को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा चौपाल, गृह परिवारों का शिक्षा में ईसीसीई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए गृह भ्रमण गतिविधियां आयोजित की गई है। आशा /कार्यकर्ताओं के साथ टॉय थान - डी आई वाई,स्वदेशी खिलौना बनाने की कार्यशाला का आयोजन किया गया। पोषण को बढ़ावा देने वाले खेल (लक्षित आयु समूह के बच्चों के लिए) भी आयोजित किए गए हैं। आदिवासी समुदायो को मिलेट /स्थानीय भोजन / पारम्परिक भोजन पर अनेमिया आदि के लिए जागरूक किया गया। इसी प्रकार तिरंगा, इंद्रधनुष एवं पारम्परिक थाली को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिसमें मिलेट पर आधारित खाद्य व्यंजन शामिल किये गए।
आदिवासी जिलों में पारम्परिक मिलेट पर आधारित रेसिपी प्रतियोगिताओं के आयोजन के साथ ही स्वस्थ आहार व्यवहार (क्षेत्रीय और मौसमी ) पर जागरूकता शिविर लगाया गया। अम्मा की रसोई, दादी माँ की रसोई पर आधारित स्थानीय उपलब्ध खाद्य पढ़ार्थाे एवं मिलेट्स पर प्रदर्शन अभियान आयोजित किया गया। दैनिक गतिविधियों के तहत मिलेट पर आधारित भोजन को स्थानीय त्योहारों से जोड़ने का अभियान आयोजित किया और स्थानीय समुदाय के व्यंजनों का प्रदर्शन भी किया गया।
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