राजस्थान

टोंक जिले में आबादी बढ़ी, रोडवेज बसें कम हुईं, रोडवेज बसें 72 रह गईं

Ashwandewangan
4 July 2023 4:25 AM GMT
टोंक जिले में आबादी बढ़ी, रोडवेज बसें कम हुईं, रोडवेज बसें 72 रह गईं
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टोंक जिले में आबादी बढ़ी
टोंक। टोंक रोडवेज बसों की कमी के चलते यात्रियों को घंटों तक बसें नहीं मिलती है, जिसके कारण उनको परेशानी का सामना करना पड़ता है। राज्य सरकार रोडवेज बसों में यात्रियों को सुरक्षित और बेहतर यात्रा मुहैया कराने का दावा करती है, लेकिन सालाना घटती रोडवेज बसों की संख्या इन दावों पर पानी फेर रही है। पिछले 8 सालों में रोडवेज की व्यवस्थाओं पर नजर डाले तो रोडवेज बसों समेत ड्राइवर, कडंक्टर और अधिकांश व्यवस्थाएं पहले से कम हुई है। रोडवेज डिपो में बसों का संचालन 100 से घटकर 72 रह गया है। इनमें भी 10 बसें तो अनुबंध की है, जबकि जिले की आबादी 12 लाख से बढ़कर करीब 18 लाख हो गई है। इतना ही नहीं ड्राइवर-कंडक्टर का आंकड़ा भी शिड्यूल के मुकाबले कम ही है। टोंक डिपो में अभी 99 ड्राइवर और 85 कंडक्टर है। 10 बस सारथी है।
ज्ञात रहे कि जिले की 236 ग्राम पंचायतों समेत अन्य जिलों में आवाजाही की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए टोंक डिपो की ओर से बसों का संचालन किया जाता है। इसके बावजूद कई गांव-ढाणियों के लोग आज भी रोडवेज बस सुविधा से वंचित है। लोग अवैध वाहनों का सहारा लेकर गंतव्य तक पहुंच रहे हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि बढ़ती आबादी के हिसाब से बसें आवंटित नहीं हो रही है। टोंक डिपो की 10 से ज्यादा बसें कंडम होने के बाद अजमेर वर्कशॉप भिजवा दी गई।
100 से घटकर 72 रह गई बसें साल 2013 में टोंक जिले की आबादी 12 लाख थी। उस दौरान डिपो के बेड़े में बसों की संख्या 100 थी। अब जिले की आबादी करीब 18 लाख से ज्यादा होने के बाद बेड़े में रोडवेज बसों की संख्या बढ़ने की बजाय घटकर 72 रह गई है। इनमें भी 10 बसें तो अनुबंधित है। सूत्रों के मुताबिक 8 लाख किलोमीटर चलने या फिर 8 साल पूरे होने पर बस को कंडम मान लिया जाता है। चौंकाने वाली बात है कि जल्द डिपो को नई बसें नहीं मिली तो कुछ और रूट पर बसें बंद हो जाएगी। नई बसों की कर रखी है डिमांड रोडवेज के चीफ मैनेजर दीपक कुमावत ने बताया कि डिपो में नई बसों का आवंटन करने समेत अन्य कमियों को पूरा करने के लिए उच्चाधिकरियो सें डिमांड कर रखी है। संभावना है कि जल्द ही 8-10 नई बसें मिल जाएगी।
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प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।

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