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हनुमानगढ़. राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में सनसनी फैलाने वाले साधु चेतन दास हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने 17 अगस्त को हुए इस कांड का 24 घंटे में राज फाश कर दिया. भाखरावाली गांव में बुधवार को हुई साधु चेतन दास की हत्या में संगरिया पुलिस ने जसवीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस का कहना है कि जादू-टोने के शक में साधु की हत्या की गई. आरोपी से कड़ी पूछताछ हो रही है. पुलिस ने डॉग स्क्वॉड की मदद से हत्या में इस्तेमाल हथियार भी बरामद कर लिया है.
हत्याकांड को लेकर एसपी डॉ. अजय सिंह ने बताया कि बुधवार को भाखरावाली में साधु चेतन दास का शव कुटिया में मिला था. इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस ने टीमें बनाकर इसके आरोपी की तलाश शुरू कर दी गई. इसके साथ-साथ साइबर टीम ने भी काम करना शुरू किया और संदिग्ध नंबरों का गहनता से विश्लेषण किया. इसके बाद शक की सुई भाखरावाली निवासी जसवीर सिंह पर गई. एसपी सिंह ने बताया कि गुरुवार को बीकानेर से सीआईडी सीबी की टीम ने डॉग स्क्वायड की मदद से घटनास्थल का निरीक्षण किया. डॉग स्क्वायड ने शौचालय की कुई की ओर इशारा किया. कुई की तलाशी ली गई तो वहां से वहां हत्या में इस्तेमाल तलवार बरामद हुई.
पुलिस ने बताया कि इसके बाद जसवीर सिंह को गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली. एसपी सिंह के मुताबिक, इस हत्या में जादू-टोने का विवाद सामने आया है. संगरिया पुलिस हत्या के आरोपी जसवीर सिंह से पूछताछ में जुटी है. गौरतलब है कि पंजाब निवासी साधु चेतन दास करीब 25 साल से गांव में कुटिया बनाकर रह रहा था. ग्रामीण उसको खाना-पीना देकर जाते थे. 17 अगस्त की सुबह उनका शव कुटिया के बाहर मिला था. धारदार हथियार से उनकी हत्या की गई थी.
बता दें, इस हत्या के बाद इलाके में हड़कंप मच गया था. जो ग्रामीण साधु चेतन दास को नियमित रूप से कुटिया में भोजन देकर जाते थे, उन्होंने हंगामा किया. उन्होंने आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की. इस हत्या से वो सदमे में थे. उनका शव देखकर पूरे गांव में मातम पसर गया था. पुलिस ने ग्रामीणों से पूछताछ की तो सामने आया कि साधु चेतन दास का किसी से किसी प्रकार का विवाद या झगड़ा नहीं था. वे अपनी कुटिया में रहते थे और गांव में सभी लोगों से उनके अच्छे संबंध थे.
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