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बांसवाड़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मानगढ़ दौरे के दौरान आपस में एक-दूसरे से भिड़ने वाले राजस्थान पुलिस के दो सीनियर अधिकारियों को पुलिस मुख्यालय ने सस्पेंड कर दिया है। इस संबंध में डीजीपी उमेश मिश्रा ने आदेश जारी किए है। जांच के बाद डीजीपी मिश्रा ने डीएसपी विवेक सिंह और इंस्पेक्टर शैलेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया है। निलंबन के दौरान विवेक सिंह का मुख्यालय पीएचक्यू और शैलेन्द्र का मुख्यालय डूंगरपुर पुलिस लाइन रहेगा। दरअसल, 8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मानगढ़ धाम दौरे के दौरान डीएसपी विवेक सिंह राव और इंस्पेक्टर शैलेंद्र सिंह आपस में भिड़ गए थे। हालांकि, अन्य पुलिस कर्मियों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करा दिया था।
दोनों अधिकारियों के इस झगड़े का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। इसके बाद हरकत में आए पुलिस मुख्यालय ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए थे। इस संबंध में डीएसपी विवेक सिंह और इंस्पेक्टर शैलेंद्र सिंह ने भी एक-दूसरे के खिलाफ अभद्रता का आरोप लगाते हुए आईजी प्रफुल्ल कुमार को लिखित में शिकायत दी थी। जिस पर आईजी ने एएसपी अंजना सुखवाल को पूरे मामले की निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए थे।
जांच के बाद एएसपी ने दोनों को अनुशासनहीनता का दोषी माना और रिपोर्ट आईजी को सौंपी। इसके बाद डीजीपी उमेश मिश्रा दोनों पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। निलंबन के दौरान उदयुपर में डीएसपी के पद पर पोस्टेड विवेक सिंह राव का मुख्यालय पीएचक्यू और डूंगरपुर जिले सागवाड़ा में इंस्पेक्टर के पद पर पोस्टेड शैलेंद्र सिंह का मुख्यालय डूंगरपुर पुलिस लाइन रहेगा।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 नवंबर को बांसवाड़ा जिले के मानगढ़ दौरे पर आए थे। पीएम मोदी के दौरे के चलते उदयुपर में डीएसपी के पद पर पोस्टेड विवेक सिंह राव और डूंगरपुर जिले सागवाड़ा में इंस्पेक्टर के पद पर पोस्टेड शैलेंद्र सिंह की ड्यूटी मानगढ़ में लगी थी। मानगढ़ धाम में पीएम मोदी की जनसभा के बाद डीआईजी सिक्यूरिटी ने डीएसपी राव को रस्सी जमा कराने के लिए कहा था। इस पर डीएसपी राव ने यह काम थानाधिकारी शैलेन्द्र सिंह को बता दिया। लेकिन, शैलेन्द्र ने इनकार कर दिया। इसी बात पर दोनों अधिकारी आपस में भिड़ गए और गाली-गलौच करने लगे। तभी अन्य पुलिसकर्मियों ने बीच बचाव कर मामला शांत करवाया।
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