
न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
दलित संगठन सोमवार को बाजार पहुंचकर प्रदर्शन करने लगे। उन्होंने दुकानदारों से दुकान बंद करने को कहा। कुछ दुकानदारों ने दुकान बंद करने को मना किया तो मौके पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
जालोर में शिक्षक की पिटाई से दलित छात्र की मौत से लोगों में आक्रोश है। भीलवाड़ा के आसींद में सोमवार को दलित संगठनों ने उग्र प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में भारतीय विद्यार्थी मोर्चा और भीम आर्मी के कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल हुए।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार उग्र प्रदर्शन के कारण क्षेत्र के व्यापारियों ने बाजार बंद कर दिया। वहीं माहौल बिगड़ न जाए, ऐसे में आनन-फानन में क्षेत्र में पुलिस बल तैनात किया गया है। कहा जा रहा है कि दलित छात्र की मौत से भड़के प्रदर्शनकारी और भारतीय विद्यार्थी मोर्चा व भीम आर्मी के कार्यकर्ता बाजार पहुंच गए। वहां उन्होंने व्यापारियों से अपनी दुकानों को बंद कर विरोध में शामिल होने के लिए कहा। ऐसे में कुछ व्यापारियों ने दुकान बंद करने से इनकार कर दिया। जिसके बाद मौके पर तनाव हो गया। बाजार में भीड़ बढ़ने लगी। ऐसे में व्यापारी भी डर गए और उन्होंने अपनी दुकानें बंद कर ली।
सोमवार को स्वतंत्रता दिवस होने के चलते ज्यादातर सभी अधिकारी और पुलिस कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था में लगे हुए थे। जैसे ही आसींद बंद होने की सूचना उन्हें मिली, उन्होंने मौके पर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था संभाली।
क्या है मामला
जालोर के सायला थाना क्षेत्र के सुराणा गांव के नौ साल के इंद्र मेघवाल की शिक्षक की पिटाई से मौत हो गई। इंद्र सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ता था। 20 जुलाई को बच्चे ने स्कूल में रखे एक मटके से पानी पी लिया था। इस बात पर शिक्षक छैल सिंह ने उसकी पिटाई कर दी। मासूम को गंभीर हालत में उदयुपर और अहमदाबाद में ले जाया गया। 24 दिन चले इलाज के बाद भी उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। शनिवार शाम को बच्चे की मौत के बाद पुलिस ने आरोपी शिक्षक को हिरासत में लिया और फिर गिरफ्तार कर लिया।