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धौलपुर। राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में आतंक का पर्याय बन चुके डकैत केशव गुर्जर को धौलपुर पुलिस ने सोमवार सुबह गिरफ्तार कर लिया है. जिले के बारी इलाके के डांग इलाके के सोना का गुर्जा में पुलिस और डकैत के बीच एक घंटे तक मुठभेड़ चली. पुलिस की एक गोली उसके पैर में लगी।
फिरौती और रंगदारी के लिए लोगों को धमकाने वाला डकैत कायर निकला। पुलिस की घेराबंदी देख वह भागने लगा। बचने के लिए उसने पहले अपनी बंदूक से पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। आखिरी चरण में जब पुलिस की गोली डकैत को लगी तो वह घबरा गया। उसे लगा कि अब उसका एनकाउंटर होगा। जैसे ही उसने पुलिस को अपने पास आते देखा तो वह टीम के सामने गिड़गिड़ाने लगा। कहने लगे- मुझे मत मारो।
मुठभेड़ के बाद डकैत को धौलपुर जिला अस्पताल लाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है. यहां थ्री लेयर सुरक्षा तैनात की गई है।
डकैत को घायल अवस्था में धौलपुर अस्पताल लाया गया। उन्हें अभी यहां ट्रॉमा वार्ड में भर्ती कराया गया था, जिसके बाद उन्हें सर्जिकल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। अस्पताल सूत्रों के अनुसार पुलिस की गोली डकैत के पैर में फंसकर दो हड्डियां टूट गई। वह अभी भी दर्द से कराह रहा है। हालांकि डॉक्टरों ने इलाज शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि मंगलवार तक स्थिति ठीक होने पर ऑपरेशन कर गोली निकाल दी जाएगी। गौरतलब है कि डकैत सोहन बाबा मंदिर के पास छिपा हुआ था.सूत्रों की माने तो केशव गुर्जर अपने भाई शीशराम और नरेश से ज्यादा मध्य प्रदेश के इनामी बदमाश बंटी पंडित पर भरोसा करता है. पुलिस के साथ होने वाली अधिकांश मुठभेड़ों में बंटी पंडित ही होता है जो हर बार केशव गुर्जर को बचाता है और मध्य प्रदेश ले जाता है। इस बार उसने बंटी से बचने और जाने की ठान ली थी। पुलिस उसे पहले ही पकड़ चुकी है
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जब पुलिस ने मंदिर के पास बदमाशों की घेराबंदी की तो तीनों बदमाश केशव, शीशराम व बंटी पुलिस पर फायरिंग करते हुए वन विभाग के नाके में कूद गए. इसी बीच बदमाशों की दो गोलियां सब इंस्पेक्टर अनिल गौतम और सब इंस्पेक्टर हीरालाल के बुलेट प्रूफ जैकेट में जा लगीं. इस दौरान एसपी धर्मेंद्र सिंह ने वन विभाग के ब्लॉक में छिपे डकैत केशव गुर्जर से सरेंडर करने को कहा तो डकैत केशव ने एसपी पर फायरिंग कर दी. वह गोली एसपी के बुलेट प्रूफ जैकेट में लगी। जवाब में एसपी ने डकैत के पैर में गोली मार दी.
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