राजस्थान

राजीव गांधी बायोस्फीयर रिजर्व पार्क बनाने की योजना 9 साल से लंबित, योजना लागू नहीं

Ashwandewangan
20 July 2023 4:25 AM GMT
राजीव गांधी बायोस्फीयर रिजर्व पार्क बनाने की योजना 9 साल से लंबित, योजना लागू नहीं
x
राजीव गांधी बायोस्फीयर रिजर्व पार्क
सवाईमाधोपुर। सवाईमाधोपुर बाघों के लिए नौ साल पहले कांग्रेस सरकार की ओर से बाघों के लिए सुरक्षित गलियारों के लिए एक योजना बनाई थी। यह राजीव गांधी बायोस्फियर रिजर्व पार्क योजना अब कागजों में दबी इस योजना में बाघों का भविष्य सुरक्षित करने से लेकर प्रदेश के 11 सेंचुरी इसमें जोड़ी जानी थी। खासकर रणथंभौर से हाड़ौती के कोटा, बूंदी को इससे जोडऩे की प्लानिंग थी, लेकिन अभी तक इस योजना पर शुरु नहीं हुआ है। फिलहाल रणथम्भौर में बाघों की संख्या और इनका दबाव देखते हुए इस योजना का क्रियान्वयन ही समाधान। रणथम्भौर से हाड़ौती में आए दिन बाघों के मूवमेंट की स्थिति रहती है।
11 सेंचुरी में होना था काम
योजना के तहत प्रदेश के 11 सेंचुरी के प्राकृतिक आवासों जैव विविधता संरक्षण करना था। यहां जंगल विकसित कर सेंचुरी के बीच हरे-भरे गलियारे विकसित करना था। इसी के साथ ही वन्यजीवों की वंशवृद्धि देखते हुए इनकी जनरेशन को नई टेरिटरी भी उपलब्ध करानी थी। प्रदेश के प्रस्तावित राजीव गांधी बायोस्फियर रिजर्व में धौलपुर के रामसागर, वन विहार, केसर बाग, करौली के कैलादेवी, सवाईमाधोपुर के रणथम्भौर नेशनल पार्क, सवाईमान सिंह, कवांलजी गेम सेंचुरी, बूंदी के रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व, कोटा में दर्रा मुकंदरा हिल्स नेशनल पार्क, जवाहर सागर सेंचुरी, बारां के शेरगढ़, चित्तौडगढ़ के भैंसरोडगढ़ सेंचुरी को शामिल किया था। हालांकि सरकार की ओर से बूंदी के रामगढ़ विषधारी वन को टाइगर रिजर्व घोषित किया जा चुका है। फिलहाल करौली व धौलपुर को मिलाकर प्रदेश में एक नया टाइगर रिजर्व विकसित करने की कवायद की जा रही है। pअनिल रोजर वाइल्ड लाइफ एक्टिविस्ट का कहना है कि यह योजना पूर्व की कांग्रेस सरकार के समय की बनाई गई थी, जिसका अब तक क्रियान्वयन नहीं हो हुआ है। सरकार को चाहिए कि राजीव गांधी बायोस्फियर रिजर्व पार्क को विकसित कर बाघों को बचाने के लिए काम किया जाए।
पारसनाथ एक्सप्रेस की ठहराव अवधि बढ़ी
गंगापुर सिटी | रेल प्रशासन द्वारा गाड़ी संख्या 12941/42 भावनगर-आसनसोल-भावनगर साप्ताहिक पारसनाथ एक्सप्रेस का नागदा स्टेशन पर मार्च, 2023 में प्रायोगिक ठहराव छह माह का किया गया था। इस गाड़ी का प्रायोगिक ठहराव अवधि दोनों दिशाओं में नागदा स्टेशन पर सितम्बर, 2023 से बढ़ाकर आगामी 6 माह मार्च, 2024 तक के लिए किया गया है। यह गाड़ी मंडल के शामगढ़, भवानीमंडी, रामगंजमंडी, कोटा, सवाई माधोपुर एवं गंगापुर सिटी स्टेशनों पर हाल्ट कर गन्तव्य को जाती है।
Ashwandewangan

Ashwandewangan

प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।

    Next Story