राजस्थान

बोरिंग और वाटर कूलर से लोगों को दिलाई पीने के पानी की समस्या से निजात

Admin Delhi 1
10 March 2023 2:49 PM GMT
बोरिंग और वाटर कूलर से लोगों को दिलाई पीने के पानी की समस्या से निजात
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कोटा: वार्ड में पहले ना रोड लाइट का कोई ठिकाना था और ना सड़कों की हालात ठीक लेकिन अब हालात पहले से काफी बेहतर हो चुके हैं। कई ऐसी समस्याएं खत्म हो चुकी हैं जो बरसों से लोगों के जी का जंजाल बनी हुई थी। ये कहना कोटा उत्तर नगर निगम के वार्ड नम्बर 41 के कुछ लोगों का। लोगों का कहना है कि इस समय वार्ड में ऐसी कोई बड़ी समस्या नहीं है जिसके लिए लोगों को निगम जाकर शिकायतें दर्ज करवानी पड़े। इसके विपरित वार्ड के कुछ लोग आज भी ये कहते हैं कि वार्ड में आवारा श्वानों ने इस कदर आतंक मचाया हुआ हैं कि लोगों को रात में ही कई बार तो दिन में भी घर से निकलने में डर लगता है। ये श्वान अचानक काटने को आते हैं। इससे हड़बड़ाहट में कई बार तो वाहन चालक गिरकर अस्पताल पहुंच चुके हैं। नगर निगम उत्तर के इस वार्ड में प्रेमनगर द्वितीय आंशिक, पावर हाउस क्षेत्र आंशिक, झिरी हनुमान मंदिर, रामदेव मंदिर तथा प्रेमनगर तृतीय आदि इलाकें आते हैं। दरअसल इस वार्ड में नजर आ रहे कार्य इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि पार्षद ने जहां तक संभव हो सका है वार्डवासियों को हर मूलभूत सुविधा उपलब्ध करवाने का प्रयास किया है। लोग बताते हैं कि पार्षद ने वार्ड के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी हैं। पर्यावरण के लिहाज से भी जनसहयोग से वार्ड के कई हिस्सों में कार्य हुए हैं। सफाईकर्मियों और पार्षद के बीच अच्छा तालमेल होने के कारण वार्ड में सफाई व्यवस्था बिल्कुल ठीक हैं। नालियां अक्सर साफ रहती है। जहां पहले सड़कों पर गड्ढेंÞ नजर आते थे वहां आज साफ-सुथरी सड़क नजर आ रही है।

वहीं वार्ड के कुछ लोग ये भी कहते हैं कि वार्ड के कई हिस्सों में आज भी कचरे के ढ़ेर नजर आते हैं। नालियों में जाम लगा रहता है। कई स्थानों पर नालियां क्षतिग्रस्त हैं। पीने के पानी की समस्या बनी हुई है। वार्ड में दिनभर मवेशी और श्वान घूमते रहते हैं। सड़कों पर कई जगह गलत तरीके से स्पीड बेक्रर बनाए गए हैं। जिससे वाहन चालक असन्तुलित होकर कई बार गिरते भी हैं। लोग कहते हैं कि काम भले ही वार्ड में हुए हैं लेकिन आज भी कई समस्याओं के समाधान की जरुरत हैं। सीसी रोड का काम तो हुआ है लेकिन उसमें से निर्माण सामग्री काम में ली गई वो उत्तम क्वालिटी की नहीं है और आने वाले कुछ महीनों बाद ही ये सामने आ जाएगा।

वार्ड के कुछ लोग बताते हैं कि पार्षद ने सड़कें बनवाई हैं। नालियों का निर्माण करवाया है। जहां-जहां आवश्यकता थी वहां-वहां रोड लाइट नई भी लगवाई हंै। वार्ड के कुछ स्थानों पर जहां रोड बरसों से नहीं बने थे वहां रोड बने हैं। इंटरलॉकिंग का काम हुआ है। वार्ड की अधिकांश गलियों में पहले अंधेरा रहता था लेकिन अब ऐसा नहीं है। वार्ड में कुछ स्थानों पर बोरिंग और वाटर कूलर लगवाने के बाद पीने के पानी की समस्या का समाधान हुआ है। पार्षद प्रतिनिधि को कोई भी समस्या बताने पर वे उसके समाधान का पूरा प्रयास करते हैं। वह वार्डवासियों से जुड़े रहते हैं। वहीं वार्ड पार्षद का कहना है कि उन्होंने वार्ड की हर समस्या का निराकरण करवाने का प्रयास किया है। वार्ड के किसी भी हिस्से में अंधेरा नहीं है। वार्ड में लगभग एक किलोमीटर लम्बी सीसी सड़क बनवाई है। कोई भी आए अगर काम नियमानुसार हो सकता है तो उसे करवाने का पूरा प्रयास करती हंू। वार्ड में काफी समय से जनता की मांग थी कि यहां जनता क्लीनिक बने, मंत्री धारीवाल तक लोगों की ये मांग पहुंचाई और आज वार्ड में जनता क्लीनिक चल रहा है लोगों को छोटी-छोटी बीमारियों के कारण बड़े अस्पतालों में जाने की जरूरत खत्म हो गई है। सुलभ कॉम्पलेक्स का निर्माण करवाया है।

प्रेमनगर तृतीय और द्वितीय को जोड़ने वाली पुलिया का निर्माण करवाया है। वार्ड में 4 बोरिंग लगवाएं हैं, 110 नई रोड लाइट के अलावा पंचमुखी चौराहा पर एक बड़ी लाइट लगवाई है। आवारा मवेशियों की ज्यादा समस्या नहीं है क्योंकि अधिकांश पशुपालकों को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया है। वार्ड के ना के बराबर रोड लाइट लगवाई थी लेकिन अब हर जरूरत के स्थान पर रोड लाइट है।

-सपना बुर्ट, वार्ड पार्षद।

पार्षद बहुत अच्छे काम करवा रही हैं। नालें-नालियों की सफाई बिल्कुल टाइम पर होने से लोगों को गंदगी रूपी समस्या से निजात मिली है। पहले गड््ढ़ेनुमा सड़कें थी लेकिन अब बहुत अच्छे रोड बन गए हैं। पहले गिने-चुने स्थानों पर ही रोड लाइट थी, अब हर जगह लाइट की व्यवस्था हो चुकी है। सफाईकर्मी ठीक है। जैसे कहो साफ-सफाई कर देते हैं।

-इरशाद, वार्डवासी।

वार्ड में फिलहाल कोई समस्या नहीं है। पहले मेनरोड पूरा खुदा पड़ा था लेकिन अब ऐसा नहीं है। पार्षद को फोन करते ही काम हो जाता हैं। जहां जरूरत थी वहां वाटर कूलर लग चुके हैं। नालियों की सफाई टाइम पर हो रही है। कचरा लेने के लिए टिपर रोजाना आते हैं।

-सोनू पारेता, वार्डवासी।

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