राजस्थान

किसान की भूमि बेटे के नाम कराने पर 50 हजार घूस लेते पटवारी व ग्राम प्रतिहारी गिरफ्तार

Admin4
18 March 2023 8:26 AM GMT
किसान की भूमि बेटे के नाम कराने पर 50 हजार घूस लेते पटवारी व ग्राम प्रतिहारी गिरफ्तार
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बूंदी। बूंदी एसीबी की टीम ने कार्रवाई करते हुए फरियादी से 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पटवार हलका गोपालपुरा के ग्राम प्रतिहारी धनेश्वर हल्का पटवारी (अतिरिक्त प्रभार गोपालपुरा) रामकुमार गुर्जर व गोबरीलाल ढोली को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. एसीबी डीएसपी ज्ञानचंद मीणा ने बताया कि डाबी पटवार मंडल के तलेदा तहसील की उप तहसील डाबी में है. पटवार मंडल के गोपालपुरा गांव का फरियादी किसान अपने पिता की जमीन अपने नाम कराने के लिए लगातार आ रहा था. पिता की 18 साल पहले मौत हो गई थी। अब फरियादी जब जमीन अपने नाम करवाने पटवार मंडल पहुंचा तो पटवार मंडल गांव प्रतिहारी गोबरीलाल का ठेका मजदूर मिला. गोबरीलाल ने कहा कि तुम यहां ऐसे ही घूमते रहोगे, जब तक 50 हजार रुपये पटवारीजी को नहीं दे देते, तब तक जमीन का नाम नहीं होगा। इसके लिए मैं उनसे बात करूंगा और काम करवाऊंगा, लेकिन इसमें पैसे खर्च होंगे। गरीब किसान ने पटवारी से भी काफी मिन्नतें कीं, लेकिन उसने कहा कि वह आगे तक पैसा पहुंचाता रहता है। इसके बिना काम नहीं चलेगा। इसके बाद पीड़ित किसान एक सितंबर को एसीबी कार्यालय गया।
जमीन नामजद कराने के एवज में दलाल व पटवारी द्वारा 50 हजार रुपये लेने की शिकायत की। शिकायतकर्ता की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करते हुए एसीबी को दो मार्च को लेनदेन के संबंध में मोबाइल पर बातचीत हुई, जिसमें पैसे की मांग का सत्यापन किया गया. 14 मार्च को परिवादी पटवार मंडल गया। गोबरीलाल के न मिलने पर पटवारी रामकुमार गुर्जर पहुंचे और कहा कि 10 हजार रुपये ही लगेंगे. इसके बाद पटवारी ने 10 हजार लिए और 2 दिन बाद 40 हजार रुपए देने का फैसला किया। इसकी पुष्टि एसीबी ने भी की थी। गुरुवार दोपहर जब फरियादी पटवार मंडल पहुंचा तो यहां पटवारी नहीं मिला। इसके बाद ठेका कर्मी गोबरीलाल को 20 हजार रुपये दिए। रुपये देते ही एसीबी के जवानों ने गोबरीलाल को दबोच लिया। बाद में उन्होंने मोबाइल से पटवारी को फोन करवाया। ठेका कर्मी ने पटवारी को मोबाइल पर बताया कि किसान ने 20 हजार रुपए दे दिए हैं और 20 हजार रुपए बाद में देंगे। तुम जल्दी आ जाओ पटवारी ने कहा कि वह 20 से 25 मिनट में आ रहा है, तुम उसे वहीं रख दो, लेकिन पटवारी को नहीं पता था कि गोबरीलाल एसीबी के शिकंजे में है, जैसे ही पटवारी ठेका कर्मी से पैसा वसूल करने उसके कार्यालय आया, एसीबी ने उसे भी पकड़ लिया।
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