राजस्थान

यात्री करते रह जाते है इंतजार, कापरेन बाईपास से ही निकल जाती है रोडवेज बसें

Admin Delhi 1
8 April 2023 3:01 PM GMT
यात्री करते रह जाते है इंतजार, कापरेन बाईपास से ही निकल जाती है रोडवेज बसें
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कापरेन: रोडवेज निगम के बस चालकों की मनमानी के चलते कापरेन कस्बे के यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आदेश के बावजूद रोडवेज बसों के चालक बस को कापरेन कस्बे के अन्दर लाने के स्थान पर बाईपास से ही निकाल कर ले जाते है। जबकि यात्री बसों के इंतजार करते रह आते है। इसके चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिससे महिलाएं भी अपने बच्चों व सामान को लेकर दो किलोमीटर दूर बाईपास पर जाने को मजबूर है। रोडवेज के चालक और परिचालक रोड़वेज बसों को बाइपास से होकर गुजरने से कस्बे के अन्दर यात्री बस के इंतजार में खड़े के खड़े ही रह जाते हैं। ऐसे में उन्हें या तो प्राइवेट या फिर अन्य वाहन का सहारा लेना पड़ रहा है। इन वाहनों के संचालक यात्रियों से किराया भी अधिक वसूलते हैं। ऐसा नहीं है कि यात्रियों को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए जनप्रतिनिधियों और कस्बे वासियों ने जब भी शिकायत की गई तब तो तीन-चार दिन तक सब कुछ ठीक हो जाता है। इसके बाद रोडवेज चालक-परिचालक अपना पुराने ढर्रे पर आ जाते हैं और बसों को वापस बाईपास बस लेकर चले जाते हैं

दो किलोमीटर दूर जाने की मजबूरी

कस्बे में रोडवेज बसें नहीं आने के कारण यात्रियों को दो किलोमीटर दूर जाकर बसों में बैठना पड़ता है। सरकार ने लोगों की समस्याओं को देखते हुए कोटा से जयपुर, कोटा से सवाई माधोपुर के लिए बसों का संचालन शुरू किया गया है। पर रोडवेज बाईपास से ही गुजर जाने से कस्बे के अन्दर यात्री बस के इंतजार में खड़े के खड़े ही रह जाते हैं।

कर्मचारी, व्यापारी,क्षेत्रवासी सभी है परेशान

कापरेन में डाकघर के कर्मचारी रामहेत का कहना है बाईपास से रोडवेज बसों के निकल जाने से ड्यूटी पर आने जाने में खासी परेशानी होती है। व्यापारी मुकेश जैन ने बताया कि व्यवसाय के लिए आवाजाही के लिए बाहर जाना पड़ता है लेकिन बसों के कस्बे में नहीं आने से व्यापारी भी प्रभावित होता है। रोडवेज बसें बाइपास होकर गुजरने से कर्मचारियों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। रोडवेज बसों से सरकारी व प्राइवेट कर्मचारी ड्यूटी के लिए अप-डाउन करते हैं लेकिन बसें बाईपास पर ही उतार देती है जिससे कर्मचारियों को दो किलोमीटर पैदल चलकर जाना पड़ता है, इस कारण कहीं बार कर्मचारी समय पर नहीं पहुंच पाते।

सरकार ने कोरोना काल में लोगों की समस्याओं को देखते हुए रोडवेज बसों का संचालन शुरू किया। पर बसों के संचालन कस्बे के अन्दर लाने के बजाय बाइपास होकर ले जाते हैं। अगर बसें कस्बे के अन्दर होकर निकले तो लोगों को समस्याओं का सामना करना नहीं पड़े।

राजेन्द्र पाटनी पूर्व पालिका अध्यक्ष

रोडवेज बसें कोटा से सवाई माधोपुर, कोटा से जयपुर के लिए बसें लगाईं थी पर बसें कस्बे में होकर निकलने के बजाय बाईपास होकर गुजरती है, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। हमारी सरकार से मांग है कि रोडवेज बसें कस्बे में होकर गुजरे जिससे यात्रियों को समस्याओं का सामना करना ना पड़े।

संजय तिवारी, भाजपा नेता।

रोडवेज बसों का बाइपास से होकर जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। कही बार बसों को कस्बे में होकर निकलवाने के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर शिकायत दर्ज करा चुका हूं पर समस्या का समाधान नहीं हुआ है।

- हेमन्त पंचोली, पालिका उपाध्यक्ष कापरेन ।

हमने उच्चाधिकारियों को अवगत करवा दिया है,मंत्री महोदय को भी पत्र लिखकर अवगत कराया गया है। कस्बे के अन्दर होकर रोडवेज बसों का संचालन हो इसके लिए प्रयास कर रहे हैं। बहुत जल्द रोडवेज बसें कस्बे में होकर निकलने लगेगी।

-हेमराज मेघवाल, पालिका अध्यक्ष कापरेन ।

रोडवेज बसों के चालक बस को कस्बे के अंदर लाने के बजाए, बाइपास से निकाल ले जा रहे है । जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है, कस्बे के अंदर रोडवेज बसों का ठहराव स्थान निर्धारित किया जाए ताकि बस चालको की मनमानी पर रोक लगे।

-हेमसिह खारोल, समाजसेवी

महिलाएं बाईपास से अपने सामान व बच्चों को लेकर कस्बे में पैदल आना पड़ता है, जिससे महिलाओं को काफी समस्या होती है।

ललित मीणा, भाजपा नेता।

कापरेन रूट पर बूंदी आगार की कोई बस संचालित नहीं है। इस रूट पर कोटा, टोंक आगार की बसें संचालित होती है। कापरेन में बसों के रूकने या कस्बे के अंदर नहीं जाने संबंधी कोई शिकायत हमारे पास नहीं आई हैं, यदि आती है तो उन्हें दोनों आगार प्रबंधकों को प्रेषित किया जाएगा।

जावेद अली, आगार प्रबंधक, बूंदी

कोटा डिपो की 2 बस इस रूट पर संचालित है। कस्बे में बसों के नहीं जाने की जानकारी आपसे ही मिली हैं। चालक परिचालक को कापरेन कस्बे में जाने के लिए निर्देशित करेंगे।

अजय मीणा, आगार प्रबंधक कोटा

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