डीआईज़ी स्टाम्प कार्यालय के बाहर मेन रोड पर पार्किंग व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ
कोटा: शहर में वाहनों को खड़ा करने की जगह नहीं होने से पार्किंग की समस्या आम है। उसी तरह की समस्या दोस्तपुरा स्थित डीआईजी स्टाम्प कार्यालय के सामने हो रही है। इस कार्यालय की बरसों बाद दशा तो सुधर गई है लेकिन अभी भी पार्किंग व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ है। कलक्ट्रेट के पीछे दोस्तपुरा में उप महानिरीक्षक पंजीयन एवं मुद्रांक कार्यालय है। यहां उनके अलावा उप पंजीयक प्रथम का भी कार्यालय संचालित है। ऐसे में इस कार्यालय में रोजना बड़ी संख्या में लोग रजिस्ट्री के लिए आ रहे हैं। उन लोगों के बैठने के साथही अन्य व्यवस्थाओं में तो सुधार कर दिया। लेकिन उन लोगों के वाहनों को अभी भी कार्यालय के बाहर मेन रोड पर ही खड़ा किया जा रहा है। कार्यालय की रोड संकरी होने व एक तरफ कार्यालय तो दूसरी तरफ दुकानें, मकान व थड़ियां लगी होने से यहां सड़क पर पहले से ही जगह कम है। उसके बाद वहां आने वाले लोगों के दो पहिया व चार पहिया वाहन भी खड़े हो रहे हैं। जिससे कई बार तो हालत इतनी खराब हो जाती है कि यहां दो दो पहिया वाहन भी नहीं निकल पाता है। जिससे वहां रहने वाले लोगों और उस रास्ते से दोस्तपुरा समेत अन्य जगह पर जाने वालों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
पार्किंग के लिए जगह, फिर भी सड़क पर वाहन
डीआईजी स्टाम्प कार्यालय के विस्तार के साथ ही वाहनों को खड़ा करने के लिए कार्यालय के पास के खाली मकान की जगह को लिया गया है। हालांकि वह जगह कम है लेकिन दो पहिया वाहन खड़े हो सकते है। उसके बाद भी वह जगह तो खाली पड़ी है और अधिकतर वाहन मेन रोड पर ही खड़ी हो रहे हैं।
रोजाना 700 से अधिक लोग आ रहे
जानकारी के अनुसार कार्यालय में रोजाना करीब 700 से अधिक लोग आते हैं। ऐसे में उनके वाहन खड़े होते हैं। अधिकतर लोग कारों से ही आते हैं। सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों के अलावा आमजन के वाहन व स्थानीय लोगों और दुकानदारों के वाहन भी वहीं खड़े हो रहे हैं। जिससे समस्या अधिक हो रही है।
यह थी स्थिति
यहां पहले डीआईजी स्टाम्प के अलावा उप पंजीयक प्रथम का ही कार्यालय था। उप पंजीयक द्वितीय का कार्यालय कलक्ट्रेट परिसर में पुलिस चौकी के पीछे था। लेकिन बाद में उसे भी डीआईजी स्टाम्प कार्यालय में ही शिफ्ट कर दिया था। जिससे वहां रजिस्ट्री करवाने आने वालों की संख्या अधिक हो गई थी। जगह की कमी और बैठने की समस्या से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
कार्यालय विस्तार, उप पंजीयक कार्यालय शिफ्ट
तत्कालीन डीआईजी स्टाम्प बी.के. तिवारी के कार्यकाल में कार्यालय के विस्तार का काम शुरू हुआ। यहां खाली जगह पर आगे की तरफ लोगों के बैठने के लिए हॉल बनाया गया। डीआईजी स्टाम्प का कक्ष पहले नीचे था उसे ऊपर शिफ्ट किया गया। साथ ही पुराने कार्यालय को बाहर से भी नया लुक दिया गया। कार्यालय की दशा सुधरी तो यहां से उप पंजीयक द्वितीय के कार्यालय को सीएडी रोड स्थित नगर विकास न्यास कार्यालय में शिफ्ट कर दिया गया। हालांकि कार्यायल शिफ्ट करने का वकीलों ने विरोध भी किया था लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ।
दिन के समय निकलने की जगह तक नहीं बचती
दोस्तपुरा निवासी राजेश नागर का कहना है दिन के समय कार्यालय के बाहर अस्त-व्यस्त वाहन खड़े रहते है। ऐसे में वहां से निकलने का रास्ता तक नहीं मिलता। सिविल लाइंस निवासी रजनीश सेन का कहना है कि डीआईजी स्टाम्प कार्यालय में रोजाना बड़ी संख्या में लोग आते हैं। उनके वाहन भी रोड पर ही खड़े हो रहे हैं। जिससे वहां दिनभर जाम के हालात बने रहते हैं। पैदल निकलना ही मुश्किल होता है कार से निकलने के लिए तो वाहनों को हटवाना पड़ता है। काफी परेशानी आती है।
इनका कहना है
कार्यालय में आने वाले लोगों के बैठने की व्यवस्था तो सुधर गई है। अब उन्हें धूप व बरसात में खड़े नहीं रहना पड़ता। आराम से बैठकर रजिस्ट्री संबंधी काम करते हैं। पार्किंग के लिए भी पास की जगह ली हुई है। वहां वाहन खड़े करने के लिए कई बार पाबंद कर दिया। लेकिन रोजाना करीेब 150 रजिस्ट्री हो रही है। हर रजिस्ट्री में एक बार में 5 व्यक्ति आते हैं। ऐसे में कई लोग सड़क पर ही वाहन खड़े कर देते हैं। जिससे समस्या रहती है। वाहनों को व्यवस्थित व पार्किंग में खड़े करने के लिए फिर से पाबंद किया जाएगा।
- कमल कुमार मीणा, उप महानिरीक्षक पंजीयन एवं मुद्रांक