राजस्थान में ओवैसी बढ़ाएंगे अशोक गहलोत का दर्द, जानें क्या है AIMIM का सियासी 'प्लान'
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के अत में होने है। प्रदेश में तीसरी ताकत बनने के लिए पार्टियों ने राजनीतिक जमीन तलाशनी तेज कर दी है। AIMIM ने हाल में यह भी दावा किया है कि राजस्थान में उनके एक सर्वे में लोगों ने उन्हें समर्थन दिया है। मुस्लिम-दलितों का समर्थन मिलेगा। ओवैसी की पार्टी ेसे जुड़े नेताओं का तो यहां तक कहना है कि पार्टी के आंतरिक सर्वे में बसपा और आप पार्टी से ज्यादा समर्थन मिला है। बताया जा रहा है कि ओवैसी सर्वे से गदगद है। जबकि कांग्रेस का कहना है कि रास्थान में तीसरी पार्टी के लिए कोई जगह नहीं है। हमेशा की तरह मुकाबल भाजपा से ही होगा। चर्चा है कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी विधानसभा चुनावों में क्षेत्री पार्टी बीटीपी से गठबंधन कर सकती है। यदि गठबंधन हो जाता है तो एक अनुमान के अनुसार प्रदेश के करीब एक दर्जन जिलों की 50 सीटों पर असर पड़ सकता है। गठबंधन से ज्यादा नुकसान कांग्रेस को होने की संभावना जताई जा रही है। प्रदेश में 11 से 12% मुस्लिम आबादी है और मुस्लिम समुदाय परंपरागत तौर कांग्रेस का वोट बैंक रहा है ऐसे में ओवैसी की एंट्री से विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के समीकरण बिगड़ सकते हैं। ओवैसी 4 बार राजस्थान का दौरा कर चुके हैं।