अलवर: अलवर कलेक्टर की पहली जनसुनवाई में जिले भर से करीब 200 शिकायतकर्ता पहुंचे, जिसमें पट्टे, पेंशन, रास्तों पर अतिक्रमण, गबन सहित कई अन्य तरह के मामले थे। तिजारा के ग्वालदा गांव के स्कूल में गबन की जांच नहीं होने की शिकायत पर कलेक्टर ने तुरंत मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को 3 दिन में जांच कराने के आदेश दिए। इसके अलावा 3 महीने में जांच नहीं कराने पर नाराजगी भी जताई। इसके अलावा एक अन्य टीचर ने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी की शिकायत की।
तिजारा के ग्वालदा गांव के स्कूल में पहले रह चुके टीचर नरेश कुमार ने कलेक्टर को शिकायत दी कि स्कूल में कई लाख रुपए का गबन है। सरकारी सामान को टीचर घर ले गए। उसने शिकायत की तो उसके साथ मारपीट की गई। इस मामले की पूर्व कलेक्टर को शिकायत की गई थी। उन्होंने जांच कराने के आदेश दिए थे, लेकिन अब तक जांच नहीं की गई। शिक्षा अधिकारी ही जांच को दबाने में लगे हैं।
इस मामले में कलेक्टर ने तुरंत मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी नेकीराम से जवाब मांगा। तीन महीने में जांच करने की उनको जानकारी तक नहीं थी। इस पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई। कहा कि तीन दिन में गबन के मामले की जांच हो और टीचर का वेतन कटौती के प्रकरण का समाधान किया जाए। इसके अलावा एक अन्य टीचर ने शिक्षा अधिकारी पर पैसे लेकर पदस्थापित कराने के आरोप लगाए। इस मामले में भी कलेक्टर ने जांच कराने का आश्वासन दिया।अलवर कलेक्टर ने कहा- 200 परिवादी पहुंचे कलेक्टर पुखराज सेन ने कहा कि पहली जनसुनवाई में पेंशनकरण आए। जिनका तुरंत समाधान कराने के प्रयास किए। कुछ का तुरंत हल हो गया। रास्तों के अतिक्रमण के काफी प्रकरण सामने आए हैं। संबंधित उपखंड अधिकारियों से सीधे बात कर हल करने को कहा है। यूआईटी व नगर परिषद के पट्टे के मामले हैं। सरकारी कर्मचारियों के पेंशन के मामले भी आए हैं। करीब 200 शिकायत कर्ता जनसुनवाई में पहुंचे हैं।