परबतसर: नागौर जिले के परबतसर कस्बे के नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम में सोमवार को विशाल किसान सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि देश को केवल दो ही मजबूत कर सकते हैं नौजवानों की जवानी और किसानी। किसान के नाम पर राजनीति करने वालों को हमें हराना है।
सम्मेलन में हजारों की संख्या में किसान व कार्यकर्ता भाग लेने पहुंचे। पायलट ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों के लिए तीन काले कानून बनाए लेकिन किसानों के विरोध के कारण केंद्र सरकार को उन काले कानून को वापस लेना पड़ा, माफी मांगनी पड़ी, लेकिन आज तक किसानों की उपज का समर्थन मूल्य का कानून नहीं लागू किया। अगर किसान संगठित हो जाता है तो दुनिया की हर ताकत हो झुकना पड़ता है।पायलट ने कहा कि पूर्व में देश की जनता पर 56 लाख करोड़ रुपए का कर्जा था लेकिन आज बढ़कर डेढ़ लाख करोड़ रुपए हो गया है, केंद्र सरकार ने जीएसटी लगाकर महंगाई बढ़ा दी, नोटबंदी करके देश की हालत खराब कर दी, अग्निवीर योजना शुरू करके युवाओं के साथ धोखा किया, देश में गरीब लोग और अधिक गरीब होते जा रहे हैं चंद लोग पैसे वाले अधिक पैसे वाले होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में 10 प्रतिशत लोगों के पास देश की दो तिहाई संपती है, केंद्र सरकार सरकारी उपक्रमों को बेच रही है। पायलट ने कहा कि उनके पिता स्व. राजेश पायलट सभाओं में कहते थे कि जब तक देश की अर्थव्यवस्था एवं नियम कानून बनाने वाली कुर्सी पर किसान का बेटा नही बैठेगा तब तक सही मायने में किसान व लोकतंत्र मजबूत नहीं होगा।
कांग्रेस 21 पर सिमट गई थी, संघर्ष किया तो पुन: सरकार बनी: पायलट ने कहा कि वसुंधरा के शासनकाल में कांग्रेस के मात्र 21 सीटों पर सिमट गई थी। उस दौरान उन्हें पीसीसी अध्यक्ष मनाया गया। पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ संघर्ष किया, यात्रा निकाली वापस सरकार बनने का मौका मिला।
पेपर आउट होता है तो बड़ी पीड़ा होती है:सभा के दौरान पायलट ने कहा कि भारत जोड़ों यात्रा से देश में भय के खिलाफ माहौल बना है। नौजवानों के भविष्य की हमें चिंता है, नौजवान कड़ी मेहनत करके परीक्षा की तैयारी करता है और परीक्षा देने जाता है जब पेपर आउट हो जाता है। तो मन में नौजवान उसके और परिवार पर बड़ी पीड़ा होती है उनके मन पर क्या गुजरती है वही समझ सकते हैं।
नहीं तो युवा धक्का मारकर सत्ता पर काबिज हो जाएंगे:केबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि पूर्व में कांग्रेस मात्र 21 सीटों पर ही सिमट गई थी। पायलट को संगठन की बागडोर संभलाई तो प्रदेश में वापस सरकार बनी, पायलट आज किसी भी पद पर नहीं है। राजनीति अब सेवा नहीं रही व्यवसाय हो गया है। मैं 75 वर्ष का हो गया और किसी को मौका नहीं देना चाहता तो यह न्याय नहीं है। जो सता व संगठन में बैठे हैं उनको सोचना चाहिए नहीं तो युवा लोग धक्का मारकर सरकार व सत्ता पर काबिज हो जाएंगे।