x
अलवर। जिले के गोविंदगढ़ पीजी महाविद्यालय में स्टाफ की समस्या को लेकर गुरुवार को स्टूडेंट्स ने छात्रसंघ अध्यक्ष अंकित गुर्जर के नेतृत्व में विरोध-प्रदर्शन किया और कॉलेज के गेट पर ताला जड़ दिया। कॉलेज पर तालाबंदी की सूचना पर तहसीलदार विनोद कुमार मीणा और पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा और छात्र छात्राओं से समझाइश की गई। लेकिन, छात्र-छात्रा कॉलेज के प्रोफेसरों की प्रतिनियुक्ति कैंसिल करवाने और कॉलेज में स्टाफ लगवाने की जिद पर अड़े रहे।
छात्रसंघ अध्यक्ष अंकित गुर्जर ने बताया कि पीजी महाविद्यालय में 1600 छात्र-छात्राएं अध्यनरत हैं। लेकिन महाविद्यालय में तीन का स्टाफ कार्यरत है। जिसकी वजह से विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही है। साथ ही स्कॉलरशिप की समस्याएं हो रही हैं।
इस मामले को लेकर सैकड़ों बार प्रशासनिक राजनीतिक लोगों को ज्ञापन के माध्यम से महाविद्यालय में स्टाफ लगाने के लिए कहा, लेकिन अभी तक महाविद्यालय में स्टाफ नहीं लगा। जिसको लेकर छात्र-छात्राओं ने कॉलेज गेट पर ताला लगा दिया। पहले भी स्टाफ को लेकर विद्यार्थियों ने भूख हड़ताल की थी, जो 6 दिन तक चली थी। लेकिन नेताओं और प्रशासन ने महाविद्यालय में जल्द स्टाफ लगवाने का आश्वासन दिया, लेकिन अभी तक स्टाफ समस्या बनी हुई है।
कॉलेज में 16 में से 3 ही स्टाफ कार्यरत
बता दें कि गोविंदगढ़ पीजी महाविद्यालय में 16 पद स्वीकृत है। लेकिन अभी कॉलेज में कार्यवाहक प्रींसिपल महेंद्र जाट सहित 4 ही स्टाफ कार्यरत है। कॉलेज में 11 पद रिक्त चल रहे है। जिनमें से 7 प्रोफेसर प्रतिनियुक्ति पर अलग-अलग जगह लगे हुए है। जानकारी के पदों पर तो कोई नियुक्ति ही नहीं हुई है। प्रदीप कुमार महोलिया राडवा के राजकीय कॉलेज में, राजेश कुमार शर्मा कठूमर के राजकीय कॉलेज में, श्रीकांत पाठक डीग के राजकीय कॉलेज में, पूरन लाल शर्मा कामां के राजकीय कॉलेज में और शंभू सिंह सरवाड़ के राजकीय कॉलेज में प्रतिनियुक्ति पर लगे हुए है। वहीं, कनिष्ठ सहायक चित्रा सिंह त्याग पत्र दे चुकी है। डॉ. सुशीला मीना जयपुर के राजकीय कॉलेज में कार्यरत है, वो प्रतिनियुक्ति पर भी नही है। इसके बावजूद भी उनका अक्टूबर 2021 से वेतन का भुगतान गोविंदगढ़ के सरकारी कॉलेज से किया जा रहा है। कॉलेज में अभी कार्यवाहक प्रींसिपल महेंद्र जाट, प्रो राखी जैन और हिमांशु जैन कार्यरत है।
Next Story