राजस्थान
‘‘विश्व दुग्ध दिवस’’ पर पशु विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने बताया स्वच्छ दूध का महत्व
Tara Tandi
1 Jun 2023 11:26 AM GMT

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राजस्थान सरकार
सूचना एवं जनसम्पर्क कार्यालय, श्रीगंगानगर
‘‘विश्व दुग्ध दिवस’’ पर पशु विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने बताया स्वच्छ दूध का महत्व
श्रीगंगानगर, 1 जून। पशु विज्ञान केंद्र सूरतगढ़ द्वारा विश्व दुग्ध दिवस के अवसर पर पशु विज्ञान केंद्र सूरतगढ़ द्वारा ग्राम पंचायत रंगमहल में पशुपालक विचार गोष्ठी कार्यक्रम केंद्र के प्रभारी अधिकारी डॉ. अरुण कुमार झीरवाल के निर्देशन में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में डॉ. मनीष कुमार सेन ने विश्व दुग्ध दिवस’ का महत्व बताते हुए कहा कि वैश्विक स्तर पर दुग्ध दिवस इसलिए मनाया जाता है कि डेयरी क्षेत्र में दूध उत्पादन को बढ़ावा तथा विश्व भर में भोजन के रूप में दूध प्रति व्यक्ति उपलब्ध कराया जा सके, इसके अलावा हमारे पालतू पशुओं के दूध से मनुष्य में फैलने वाली विभिन्न बीमारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हम सभी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से पशुओं से जुड़े हुए है,ं क्योंकि हमारे दिन की शुरुआत गाय के दूध से होती है। पशुओं के स्वास्थ्य का सभी पशुपालकों को ध्यान रखना चाहिए क्योंकि अगर पशु स्वस्थ रहेंगे तो मनुष्य जीवन स्वस्थ रहेगा दूध की क्वालिटी (pH, test smell colour) इत्यादि में बदलाव दिखाई देता है तो तुरंत पशु चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
उन्होंने बताया कि राजूवास यूनिवर्सिटी द्वारा विभिन्न जिलों में प्रसार शिक्षा निदेशालय से जुड़ी सेवाएं निशुल्क दी जा रही है और कई बार पशु पालकों को जानकारी के अभाव से दूध द्वारा मनुष्य में फेलने वाली बीमारियां जैसे टी.बी., ब्रूसेलोसिस, ई-कोलाई, टाइफाइडइ, सालमोनेलोसिसस इत्यादि जीवाणुओं के संक्रमण का खतरा रहता है। इस कार्यक्रम में विजय सिंह ताखर (सरपंच रंगमहल) ने पशु विज्ञान केंद्र के द्वारा किए गए इस कार्यक्रम के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया तथा पशुपालकों को पशु विज्ञान केंद्र से जुड़कर अधिक से अधिक लाभ उठाने का आह्वान किया। कार्यक्रम में पशुधन सहायक अनिल जाजड़ा, विजयपाल, मांगीलाल जाजड़ा तथा अन्य पशुपालक उपस्थित रहे। इस प्रशिक्षण शिविर में कुल 27 पशुपालकों ने भाग लिया। (फोटो सहित)

Tara Tandi
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