राजस्थान में कांग्रेस कमेटी के नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों की बैठक शनिवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित की गई थी। बैठक में राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया है। राजस्थान कांग्रेस ने पार्टी आलाकमान को पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्यों को नियुक्त करने के लिए भी अधिकृत किया है। ऐसा करने वाला पहला राज्य राजस्थान बन गया है। राजस्थान सरकार का कहना है कि राहुल गांधी कांग्रेस की कमान संभाले।
कांग्रेस प्रतिनिधियों ने किया समर्थन
इस बात का सपोर्ट करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और अन्य प्रतिनिधियों ने उन्हें समर्थन किया हैं। पार्टी के प्रवक्ता के अनुसार मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि उनकी भावना है कि राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष बनकर पार्टी की कमान संभाले। जिस पर प्रदेश अध्यक्ष डोटासर ने उनका समर्थन किया तथा उपस्थिति सभी नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों ने समर्थन में हाथ उठाएं। बैठक के बाद जारी आधिकारिक बयान के अनुसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रस्ताव पारित किया कि राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और राजस्थान से एआईसीसी के प्रतिनिधि का चयन कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा किया जाए।
बीजेपी पर किया कटाक्ष
डोटासर ने इस बात का समर्थन किया और कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य रघुवीर मीणा ने अनुमोदन किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 32 वर्षों से गांधी परिवार का कोई सदस्य सरकार में शामिल नहीं हुआ लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परिवारवाद की बात करते हुए राहुल गांधी पर हमलावर रहते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो पदयात्रा से देश एकता के सूत्र में बंध रहा है। इसी विचारधारा के आधार पर सभी कांग्रेस जन एक है और कोई किसी गुट में बंटा नहीं हुआ है।
संकट के समय पार्टी छोड़ कर गए लोग
अशोक गहलोत ने कहा कि जिन नेताओं की कांग्रेस के कारण पहचान बनी ऐसे लोग संकट के समय पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। जबकि पार्टी ही नहीं आज देश भी संकट में है। देश में आज के समय में जिस तरह का माहौल बना रहा है वह देश हित में नहीं है। लोकतंत्र पर प्रहार हो रहा है पहले भी संकट में आए थे लेकिन कांग्रेस पार्टी हमेशा मुश्किल से भरकर मजबूती के साथ खड़ी हुई है।
न्यूज़ क्रेडिट: dnpindiahindi