भारतीय जनता युवा मोर्चा और महिला मोर्चा की ओर से भाजपा कार्यालय से समाहरणालय तक रैली निकाली गई. इसमें पूर्व में डूंगरपुर के शिक्षक भंवरलाल परमार की ओर से आदिवासी महिलाओं और लड़कियों के लिए अभद्र टिप्पणी करने और हिंदू धर्म के रीति-रिवाजों का अपमान करने पर गुस्सा जाहिर किया गया था. इस मौके पर मोर्चा जिलाध्यक्ष दीप सिंह वसुनिया ने कहा कि देश की संस्कृति का संबंध महिलाओं से है. ऐसी भाषा का प्रयोग उचित नहीं है। महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष शीतल भंडारी ने कहा कि शिक्षक भंवरलाल ने देश की महिलाओं का अपमान किया है. उन्होंने राज्य सरकार पर महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार के बावजूद अपराधियों पर अंकुश लगाने में विफल रहने का भी आरोप लगाया।
हकरू मैदा ने कहा कि शिक्षक के पद पर रहते हुए अपशब्दों का प्रयोग निंदनीय है। उन्होंने रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचकर राज्यपाल के नाम अपर जिला कलेक्टर नरेश बुंकर को ज्ञापन सौंपा. इसमें मामले का संज्ञान लेते हुए इसे विधानसभा के पटल पर रखा और शिक्षक को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने की मांग की. राजेश कटारा, नागेंद्र सिंह राठौड़, महेंद्र कुमार पटेल, अभिजीत जैन, अनिल गहलोत, युगल उपाध्याय, कल्पेश सेवक, श्यामा राणा, महेंद्र सिंह, धीरज मेहता, परमेश्वर मेदा, प्रधान निर्मला मकवाना, भारती शर्मा, अनीता पारगी, राखी कंसरा, शालिनी जैन नूपुर शाह, नर्मदा मायदा, माधुरी जैन आदि मौजूद रहीं।
न्यूज़ क्रेडिट : aapkarajasthan