x
बड़ी खबर
श्रीगंगानगर स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल सूरतगढ़ में स्वामी विवेकानंद की जयंती अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाई गई। कार्यक्रम के प्रारंभ में विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसके बाद स्कूल के प्रधानाचार्य बजरंग लाल भादू ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद ही वह व्यक्ति हैं जिनसे भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर के लाखों युवा प्रेरणा लेते हैं। उनके अमूल्य विचार और शब्द युवाओं में उत्साह जगाने का काम करते हैं। यही कारण है कि आज के दिन 12 जनवरी को भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद के बचपन का नाम नरेंद्रनाथ दत्त था और उन्होंने महज 25 साल की उम्र में ही अध्यात्म का मार्ग अपना लिया था। जिसके बाद से उन्हें स्वामी विवेकानंद के नाम से जाना जाने लगा। शाला प्रधान ने कहा कि जब भी स्वामी जी की बात होती है तो सन् 1893 में अमेरिका के शिकागो में धर्म संसद में दिए गए भाषण की चर्चा अवश्य होती है। यह वह भाषण था जिसने भारत को पूरी दुनिया के सामने एक मजबूत छवि के साथ पेश किया।
उन्होंने कहा कि स्वामी जी कहते थे उठो जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए। उनका मानना था कि जितना बड़ा संघर्ष होगा, जीत उतनी ही शानदार होगी। आप जो सोचते हैं वो बन जाएंगे। अगर आप खुद को कमजोर समझोगे तो आप कमजोर हो जाओगे और अगर आप खुद को मजबूत समझोगे तो आप मजबूत हो जाओगे। यदि हम युवा दिवस के अवसर पर उनके ज्ञान, विद्या और चरित्र की बातों को अपने जीवन में आत्मसात कर लें और उनके दिखाए मार्ग पर चलें तो हमें सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को विभिन्न कॅरियर के बारे में भी जानकारी दी गई। इस दौरान स्कूल के सभी छात्र-छात्राएं व शिक्षक मौजूद रहे।
HARRY
Next Story