राजस्थान
हरियाली अमावस्या पर बिश्नोई समाज के लोगों ने जम्भेश्वर जीव दया संस्थान शंकर में लगाए 363 पौधे, नशा के खिलाफ अभियान का संकल्प
Bhumika Sahu
29 July 2022 4:29 AM GMT

x
नशा के खिलाफ अभियान का संकल्प
जालोर, जालोर जिले के शंकर गांव में हरियाली अमावस्या पर बिश्नोई समुदाय के लोगों ने जम्भेश्वर जीव दया संस्थान शंकर में 363 खेजड़ी पौधे लगाए. इसके साथ ही उन्होंने पौधों की देखभाल करने और नशे के खिलाफ अभियान चलाने का संकल्प लिया.
जम्भेश्वर जीव दया एवं पर्यावरण संस्थान के अध्यक्ष मालाराम बिश्नोई ने बताया कि गुरुवार को पौधरोपण कार्यक्रम में खेजड़ी सहित विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाकर संरक्षण का संकल्प लिया गया. वन ट्री वन लाइफ अभियान से प्रभावित होकर संस्थान द्वारा हरियाली अमावस्या के अवसर पर शंकर मंदिर में वृक्षारोपण अभियान चलाया गया। यहां मां अमृता बिश्नोई की जीवनी और बिश्नोई समाज के प्रबुद्ध लोगों की जीवनी से प्रेरित बिश्नोई समाज की महिलाओं द्वारा पौधे रोपे गए।
इस अवसर पर युवाओं को हरियाली के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाने, उनकी रक्षा करने की शपथ दिलाई गई। युवाओं में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति को रोकने के लिए आने वाले दिनों में एक कमेटी बनाकर नशामुक्ति के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा. संस्थान के अध्यक्ष मालाराम सरन ने सभी से आग्रह किया कि आसपास रहने वाले लोगों, परिवार के सदस्यों आदि को भी पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया जाए. जिससे पर्यावरण हरियाली से शुद्ध बना रहे।
रमेश सरन ने बताया कि हर व्यक्ति को सुख-समृद्धि लाने के लिए एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए, क्योंकि ग्लोबल वार्मिंग और अल नीनो प्रभाव के कारण मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। जिससे कहीं कहीं अत्यधिक वर्षा तो कहीं सूखे की स्थिति बन रही है। वृक्षारोपण ही इसका एकमात्र समाधान है।
महिलाओं ने बताया कि सैकड़ों वर्ष पूर्व बिश्नोई समाज के आराध्य देव गुरु जम्भेश्वर भगवान ने वृक्षारोपण का महत्व बताते हुए अधिक से अधिक पौधे लगाने का आह्वान किया था. उनके निर्देशानुसार आज पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाने की तत्काल आवश्यकता है। श्री जम्भेश्वर जीव दया संस्थान में गुरुजी राघवाचार्य की उपस्थिति में हरियाली अमावस्या का यज्ञ पूर्ण कर पौधरोपण किया गया। इसमें सुजाना राम खिचड़, मुकनाराम कुरदा, सुरता राम मंडा, भगीरथ साहू, किसना राम साहू, सुजाना राम अजाना, मलराम सरन, रमेश सरन, पोकरण राम खिचड़, दिनेश गोदारा, अशोक साहू, हेमाराम कुरदा आदि मौजूद थे।

Bhumika Sahu
Next Story