राजस्थान

3 दिन की पुलिस रिमांड पर, जाने क्या है पूरा मामला

Admin4
27 July 2022 9:55 AM GMT
3 दिन की पुलिस रिमांड पर, जाने क्या है पूरा मामला
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जयपुर: स्टाफ सलेक्शन कमिशन की मल्टी टास्किंग स्टाफ (SST-MTS) भर्ती परीक्षा में डमी कैंडिडेट बैठाने के आरोप में गिरफ्तार विधायक ओमप्रकाश हुड़ला के भाई को पुलिस ने तीन दिन के रिमांड पर लिया है। हुड़ला के भाई हरिओम मीणा को शिवदासपुरा पुलिस ने मंगलवार 26 जुलाई को गिरफ्तार किया था। एसएससी एमटीएस के एग्जाम में हरिओम ने फर्जी अभ्यर्थी तैयार करवाया था।

जयपुर कमिश्नरेट के डीसीपी साउथ योगेश गोयल ने बताया कि डमी कैंडिडेट ऋषि मीणा ने अभ्यर्थी उमेश कुमार मीणा के स्थान पर एग्जाम दिया था। इसके बदले उमेश कुमार से एक लाख रुपए में डील की गई थी। इन एक लाख रुपए में 80 हजार रुपए डमी कैंडिडेट को देने थे जबकि 20 रुपए विधायक ओमप्रकाश हुड़ला का भाई हरिओम मीणा दलाली के तौर पर रखता था।

दौसा कमल मीणा चलाता है डमी कैंडिडेट्स की गैंग

पुलिस पूछताछ में पता चला है कि दौसा निवासी कमल मीणा प्रतियोगिता परीक्षाओं में डमी केंडिडेट्स बैठाने की गैंग चलाता है। वह बेरोजगार अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों से मोटी रकम लेकर नौकरी लगाने की गारंटी के साथ मोटी रकम लेता था। इसके बाद में होशियार छात्रों को लाख रुपए देकर परीक्षा में बैठने के लिए तैयार करता था।

एग्जाम सेंटर से ही हरिओम को किया गिरफ्तार

इस बार कमल मीणा ने हरिओम मीणा को डमी कैंडिडेट उपलब्ध कराने के लिए कहा था। हरिओम ने यूपी निवासी ऋषि मीणा को एक लाख रुपए देकर एसएससी एमटीएस परीक्षा में बैठाने का सौदा तय किया गया। कमल मीणा ही फर्जी अभ्यर्थियों के आधार कार्ड में छेड़छाड़ करके मूल अभ्यर्थी के प्रवेश पत्र के लिहाज से बनाता था। शिवदासपुरा पुलिस ने परीक्षा केन्द्र से ही डमी केंडिडेट ऋषि को हिरासत में लिया। एग्जाम सेंटर के बाहर कार में बैठे हरिओम मीणा को भी गिरफ्तार किया गया।

कई बार डमी कैंडिडेट बन चुका है आरोपी ऋषि मीणा

उत्तर प्रदेश निवासी ऋषि मीणा दिल्ली में रहकर यूपीएससी एग्जाम की तैयारी करता है। ऋषि निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश हुड़ला के भाई हरिओम मीणा का कई सालों से परिचित है। हरिओम के जरिए ऋषि मीणा कई बार रुपए लेकर प्रतियोगिता परीक्षाओं में डमी केंडिडेट बन चुका है।

शिवदासपुरा पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि ऋषि दो बार दिल्ली रोड़ के कूकस स्थित आर्य इंजीनियरिंग इंस्टिट्यूट में डमी कैंडिडेट के तौर पर एग्जाम दे चुका है। एक बार वह हरमाड़ा स्थित बालाजी इंजीनियरिंग कॉलेज में फर्जी अभ्यर्थी बनकर परीक्षा दे चुका है। डमी कैंडिडेट बनने के लिए ऋषि ने हरिओम मीणा से हर बार 80 हजार रुपए लिए थे। हरिओम अपनी दलाली के तौर पर अभ्यर्थी के परिजनों से लाखों रुपए वसूलता था।

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