राजस्थान

प्रतापगढ़ अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की शंख्या 1100 पार

Shreya
18 July 2023 12:53 PM GMT
प्रतापगढ़ अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की शंख्या 1100 पार
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प्रतापगढ़: गर्मी और उमस के बीच आ रही बरसात से मौसम में बदलाव हो रहा है। इसके चलते प्रतापगढ़ सामान्य अस्पताल की ओपीडी में मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है। सामान्य दिनों में 450 पार रहने वाला ओपीड़ी 5 दिनों के अंदर 1100 के पार पहुंच गया। अब यह आंकड़ा धीरे-धीरे 1500 को छू रहा है। ज्यादातर मरीज बुखार, दस्त, पेट, दर्द गले में खराश, सिरदर्द, खुजली और अन्य स्किन डिजीज के आ रहे हैं। डॉक्टर राज कुमार जोशी और डॉ. नरेश कुमावत ने बताया कि इन दिनों गर्मी और उमस के बीच बरसात होने से मौसम में बदलाव होने के बावजूद कई लोग रात भर कूलर चला कर सोते हैं। ठंडी और फ्रिज चीजों का अधिक प्रयोग करने से लोग बीमार हो रहे हैं।

ओपीडी पहुंचा 1100 पार, इंडोर 114 पहुंचा

अस्पताल की ओपीडी 1112 से अधिक पार हो चुकी है। जबकि इंडोर 108 से 114 पर चल रहा है। हालत यह है कि डॉक्टर्स को दिखाने के लिए उनके कक्षाओं में भीड़ दिखाई देती है। यह भीड़ सभी डॉक्टरों के कक्षों के बाहर लगी हुई है। डॉक्टर्स ने बताया कि बुखार, दस्त, हाथ-पैरों में दर्द, खुजली और पेट दर्द की परेशानी लेकर आ रहे हैं। इन मौसम में उमस हो रही है इसका असर हमारे शरीर के तापमान पर पड़ता है। ऐसे में एसी और कूलर की ठंडी हवा बीमार कर सकती है। इसके अलावा फ्रिज में रखा ठंडा समान खाने और पसीने में पानी पीने से भी जुकाम हो सकता है।

मच्छरों का प्रकोप बढ़ा

इन दिनों राज्य की जिला अस्पताल में गंदगी का आलम पसरा हुआ है। अस्पताल परिसर के आसपास वार्डों के निकट पानी भरा होने से मच्छर पनप रहे हैं। इससे जिला अस्पताल के वार्ड में भर्ती मरीजों को रात में मच्छर काटते हैं। मरीजों ने बताया कि अस्पताल के अंदर कई वार्डों में गंदगी और वार्डों के आसपास क्षेत्र में पानी भरा होने से बदबू का भी आलम यहां देखने को मिलता है। बारिश में पैदा होने वाले मच्छर भी डेंगू चिकनगुनिया आधी बीमारी का कारण बन सकते हैं।

बच्चों पर ज्यादा असर

इस समय मौसमी बीमारियों का सबसे ज्यादा असर 5 से 7 साल तक के बच्चों पर पड़ रहा है। अस्पताल में आने वाले कुल मरीजों में से 20 से 25 फीसदी तक बच्चे है। डॉक्टरों ने बताया कि इस मौसम में सभी की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है और पाचन कमजोर हो जाता है। बच्चे इस समय खाने-पीने में ज्यादा लापरवाही करते हैं, इसके कारण यह मौसमी बीमारियों का प्रकोप ज्यादा जेल रहें हैं। स्किन के मरीज आ रहे हैं डॉक्टर नरेश कुमावत ने बताया कि बुखार, दस्त, खांसी, पेट दर्द, गले में खराश, खुजली जैसे स्कीम रोगों के मरीज अस्पताल में आ रहे हैं। बदलते मौसम में लोगों को सावधानियां बरतनी चाहिए। ठंडा पानी और अशुद्ध फ्रीज में रखी चीजों को नहीं खाएं। बरसात में भीगने से बचे। बच्चों का खासा ध्यान रखें।

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