भरतपुर न्यूज़: भरतपुर आरटीओ में दो साल पहले ड्राइविंग टेस्ट पास करने के लिए बनाए गए ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रैकों पर निजी कंपनी के कॉन्ट्रैक्ट की अवधि 16 जुलाई को समाप्त हो जाएगी। अब परिवहन विभाग खुद ही ड्राइविंग ट्रैक का संचालन करेगा।
जानकारी के अनुसार करीब दो साल पहले परिवहन विभाग की ओर से भरतपुर समेत प्रदेशभर में ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रैक बनाए गए थे। इनके संचालन की जिम्मेदारी विभाग ने स्मार्ट चिप प्राइवेट लिमिटेड को दो साल के लिए दी थी। भरतपुर में भी अभी इसी कंपनी के कर्मचारी ड्राइविंग ट्रैक का लाइसेंस बनवाने के लिए आने वाले आवेदकों के टेस्ट लेने संबंधी कार्य करते थे।
16 जुलाई को कंपनी का कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो जाएगा। कंपनी के अधिकारियों ने ट्रैक को परिवहन विभाग के हैंडओवर करने संबंधी औपचारिकताएं पूर्ण करना शुरू कर दिया है। सोमवार से ड्राइविंग ट्रैक परिवहन कर्मी लाइसेंस बनवाने के लिए आने वाले आवेदकों का ट्रायल लेते नजर आएंगे।
ड्राइविंग ट्रैक पर रोजाना 70-80 आवेदक परमानेंट लाइसेंस लेने के लिए टेस्ट देने आते हैं। इस संबंध में प्रादेशिक परिवहन अधिकारी जगदीश प्रसाद बैरवा ने बताया कि कंपनी का ठेका 16 जुलाई को समाप्त हो रहा है। सोमवार से परिवहन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी ड्राइविंग ट्रैक पर आवेदकों का टेस्ट और अन्य लाइसेंस संबंधी कामकाज संभालेंगे।