राजस्थान

अब फांसी की सजा, 'हैवान', दंपती की हत्या कर चार बच्चों की गर्दन काटे

Admin4
7 Aug 2022 12:16 PM GMT
अब फांसी की सजा, हैवान, दंपती की हत्या कर चार बच्चों की गर्दन काटे
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न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला

आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि दंपती की हत्या करते हुए बच्चों ने देख लिया था। ऐसे में उसने बच्चों को भी एक-एक कर मौत के घाट उतार दिया। फिर पानी से भरे गड्ढ़े में शव फेंक दिया।

भीलवाड़ा में 2015 में एक दंपती और उसके चार मासूम बच्चों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इस मामले में शनिवार को महिला उत्पीड़न प्रकरण मामले की एडीजे कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट इस घटना के दो आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई है। कोर्ट ने कहा कि आरोपी रहम के लायक नहीं है।

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार 28 जुलाई 2015 को मांडल थाना पुलिस को हीराजी का खेड़ा में निम्बाहेड़ा निवासी युनुस उर्फ सेनू और उसकी पत्नी चांदतारा का खून से सना शव मिला था। वहीं बेरा चौराहे के पास दंपती के बच्चे अशरफ (10 साल), गुड़िया (7 साल), आशिदा (4 साल) और शकीना (2 साल) के गर्दन कटे शव मिले थे। गर्दन कटे शव मिलने से क्षेत्र में दहशत फैल गई थी। इस हत्याकांड में निम्बाहेड़ा निवासी शराफत खान और नीमच निवासी राजेश खटीक को गिरफ्तार किया गया था। इन्हीं दोनों आरोपियों को कोर्ट ने सजा सुनाई है।

आरोपी शराफत ने पुलिस से पूछताछ किया। शराफत ने बताया था कि उसके पिता सलीम खान के मृतका चांदतारा से अवैध संबंध थे। इसी वजह से वह चांदतारा से काफी नफरत करता था। शराफत ने चांदतारा और उसके पूरे परिवार को मौत के घाट उतारने की साजिश की। इसमें उसने अपने राखी भाई राजेश खटीक को भी शामिल किया था।

एक-एक कर मासूमों का गर्दन काटा

आरोपी शराफत 27 जुलाई 2015 की रात को चांदतारा के पूरे परिवार को जियारत के बहाने अपने साथ कार में ले गया। अजमेर हाईवे पर एक सुनसुान जगह पर उसने चांदतारा और उसके पति यूनुस पर तलवार से हमला कर दिया। जिससे दोनों की मौत हो गई। दोनों के शवों को सड़क के किनारे धकेल दिया। आरोपी की दरिंदगी यहीं खत्म नहीं हुई। अपने माता-पिता की हत्या होते बच्चों ने देख लिया था। ऐसे में उसने कार रोककर एक-एक बच्चे को बाहर उतारा और चोरों की गर्दन काट दी। शव पानी से भरे गड्ढे में फेंक दिया।


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