राजस्थान

शिक्षा विभाग की योजनाओं पर गंभीरता से काम नहीं करने वाले अधिकारियों पर अब सख्ती शुरू

Harrison
26 Sep 2023 9:26 AM GMT
शिक्षा विभाग की योजनाओं पर गंभीरता से काम नहीं करने वाले अधिकारियों पर अब सख्ती शुरू
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राजस्थान | शिक्षा विभाग की योजनाओं पर गंभीरता से काम नहीं करने वाले अधिकारियों पर अब सख्ती शुरू हो गई है। विभाग ने दो अधिकारियों को पद से हटाकर एपीओ कर दिया है, वहीं बीकानेर के मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी सहित पांच अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस देते हुए सात दिन में जवाब तलब किया है।
दरअसल, पिछले दिनों शिक्षा विभाग ने "राजस्थान में शिक्षा के बढ़ते कदम", स्कूल ऑफ्टर स्कूल सहित अनेक योजनाओं के संबंध में मीटिंग का आयोजन किया था। इस मीटिंग में जिलों के रिजल्ट्स और अनुपस्थित अधिकारियों पर कार्रवाई की गई। धौलपुर के कार्यक्रम अधिकारी रणजीत सिंह को पद से हटाकर माध्यमिक शिक्षा निदेशालय बीकानेर के लिए कार्यमुक्त कर दिया गया। वहीं धौलपुर की जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती कृष्णा कुमारी को भी एपीओ करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उन पर विभाग की योजनाओं की सही मोनिटरिंग नहीं करने और राजस्थान में शिक्षा के बढ़ते कदम कार्यक्रम की वर्क बुक्स बच्चों तक नहीं पहुंचाने का आरोप है। निदेशक ने कृष्णा कुमारी को एपीओ करने के लिए शासन सचिव को लिखा है। इसके अलावा पांच अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस दिए गए हैं। सात दिन में जवाब नहीं देने या असंतोषजनक जवाब देने पर इन पर भी कार्रवाई हो सकती है।
इनमें जयपुर के संयुक्त निदेशक योगेशचंद्र शर्मा को योजनाओं की प्रगति सही नहीं होने पर नोटिस दिया है। बीकानेर के मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र सिंह भाटी को मीटिंग में अनुपस्थित रहने पर नोटिस दिया गया है। इसके अलावा जोधपुर की एडीपीसी श्रीमती संतोष, बाडमेर के मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी तन्नूराम और टोंक के एडीपीसी रमेश सिंह को भी कारण बताओ नोटिस दिया गया है। इन सभी के कार्यों में गंभीरता नहीं होने और योजनाओं पर पर्याप्त काम नहीं होने का आरोप है।
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