एमबीएस अधीक्षक व मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल को नोटिस, कोर्ट ने 8 जून तक मांगा जवाब
कोटा: स्थाई लोक अदालत ने अस्पताल में लाइट जाने के बाद अंधेरा होने के मामले में एमबीएस अस्पताल अधीक्षक तथा मेडिकल कॉलेज प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक को नोटिस जारी करते हुए 8 जून 2023 तक जवाब तलब किया है। इस मामले में एडवोकेट लोकेश कुमार सैनी ने एक जनहित याचिका पेश करते हुए अदालत को बताया कि एमबीएस अस्पताल में बिजली जाते ही पूरे अस्पताल में अंधेरा हो जाता है। यहां प्रत्येक वार्ड के हिसाब से 8 जनरेटर और ओटी में एक इनवर्टर लगा हुआ है। बैटरी बैकअप नहीं होने से ये बेकार हैं। 15 जून 2023 को शहर में अंधेरा हो गया था। उस समय अस्पताल में जनरेटर नहीं चलने से मरीज आधे घंटे तक परेशान होते रहे। पिछले वर्ष उक्त अस्पताल की पुरानी बिजली लाइन फिटिंग से आए दिन फाल्ट होने से बिजली बंद की समस्या रहती थी ऐसे में घंटों अस्पताल में अंधेरे रहता था। पिछले वर्ष 1500000 रुपए पीडब्ल्यूडी को देकर पूरा बिजली लोड चेक कराया और वायरिंग बदलवाई गई। बिजली के लोड को भी बांटा गया। इसके बावजूद बिजली गुल की समस्या से निजात नहीं मिली। याचिका में बताया इसी मई में दो बार बिजली जाने की घटनाएं होने के बाद भी हालात नहीं सुधरे हैं।
इमरजेंसी सेवाओं ,अस्पताल के अन्य हिस्सों में जनरेटर चालू नहीं होने से मरीज और उनके तीमारदारों को टॉर्च और मोबाइल की रोशनी में रहना पड़ा। नर्सिंग स्टाफ भी बिजली बंद हो जाने से परेशान रहता है। 24 अप्रैल 2022 को न्यू मेडिकल कॉलेज में केबल में फाल्ट होने से इमरजेंसी वार्ड में 3 घंटे तक बिजली गुल रही थी उस दौरान एक महिला मरीज की मौत हुई थी। इसके बावजूद मेडिकल कॉलेज प्रधानाचार्य तथा एमबीएस अस्पताल अधीक्षक ने कोई उचित कदम नहीं उठाया। इस मामले में न्यायालय ने याचिका को स्वीकार करते हुए जवाब मांगा है