अजमेर न्यूज: स्मार्ट सिटी कार्यालय व निगम कार्यालय में कम्प्यूटर ऑपरेटर विद मशीन लगाने के ठेके में खेल हाे रहा है। मामले में संज्ञान लेते हुए वाणिज्यकर विभाग ने स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को नाेटिस जारी कर कम्प्यूटर ऑपरेटर ठेके के वर्कऑर्डर और इससे संबंधित संपूर्ण पत्रावली मांगी है। विभाग ने 2017 से अब तक के विवरण और भुगतान संबंधी फर्म काे जारी किए बिलों की प्रतिलिपि उपलब्ध करवाने के लिए कहा है।
मामला| प्रशिक्षित कार्मिक मैन विद मशीन ऑपरेटरों को 8658 निर्धारित न्यूनतम मजदूरी के विरुद्ध 5000-6000 का भुगतान किया जाता है। ईपीएफ की राशि भी 500-600 रुपए के आसपास जमा कराई जाती है। यह राशि 13% यानी 1125 रुपए जमा हाेनी चाहिए। शिकायत होने पर निगम के सहायक अभियंता यांत्रिकी रविंद्र कुमार सैनी ने फर्म को नोटिस भी दिया।
नगर निगम में भी गड़बड़झाला | निगम द्वारा 48 कंप्यूटर ऑपरेटर मैन विद मशीन के 68 लाख रुपए के टेंडर में खेल है। निगम में करीब 6-7 वर्षों से चली आ रही फर्म शिव पुष्प इंटरप्राइजेज द्वारा ऑपरेटराें काे सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी नहीं दी जी रही है।
टैक्स चोरी में भी हो रहा खेल| फर्म द्वारा जीएसटी का बिल प्रस्तुत किया जाता है। इस पर 18% जीएसटी कुल बुल पर फर्म निगम से लेती है। आराेप है कि ईएसआई व ईपीएफ के पैसे भी ठेकेदार रख लेता है,जबकि ईपीएफ और ईएसआई का और न्यूनतम वेतन का पूरा भुगतान ऑपरेटराें काे नहीं हाे रहा है।