राजस्थान
राजस्थान छात्र संघ चुनाव में मंत्री की बेटी होने का अभिशाप बनी निहारिका जोरवाल
Bhumika Sahu
26 Aug 2022 5:47 AM GMT
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मंत्री की बेटी होने का अभिशाप बनी निहारिका जोरवाल
प्रदेश में छात्रसंघ चुनावों के लिए वोटिंग शुरू हो चुकी है। हालाँकि इससे पूर्व प्रचार के दौरान चुनावों में जमकर ड्रामा भी देखने को मिला। इन्ही में से एक वाकया राजस्थान यूनिवर्सिटी से निर्दलीय चुनाव लड़ रही निहारिका जोरवाल की ओर से देखने को मिला। निहारिका ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की मंत्री की बेटी होना उनके लिए दुविधा का कारण बना। बकौल निहारिका 'पहले मेरी काबिलियत को पहचाना नहीं गया। मेरे माता पिता पर दबाव बनाया गया कि मैं चुनाव नहीं लडूं। और इसी के चलते अब मेरी खुद के घरवालों से भी लड़ाई हो गई है। लेकिन मैं किसी भी स्थिति में पीछे नहीं हटूंगी।"
जातिगत राजनीति के चलते कटा टिकट : निहारिका
निहारिका दरअसल गुरुवार को अपना घोषणा पत्र जारी कर रही थी। इसी दौरान उन्होंने बताया की वे काफी समय से राजस्थान यूनिवर्सिटी(RU) में संघर्ष कर रही थी। लेकिन कुछ नेताओं की चलते उनका टिकट जातिगत राजनीति के चलते काट दिया गया। निहारिका ने आगे कहा की उनके ऊपर जातिगत भेदभाव के झूठे आरोप लगाए। लेकिन वे बिना डरे छात्रों के लिए लगातार संघर्ष करेंगी। निहारिका ने इसके साथ ही अपना घोषणा पत्र जारी किया और इसमें स्टूडेंट्स से 12 वादे भी किए।
करनी सेना ने व्यक्त किया समर्थन
दूसरी ओर करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने निहारिका जोरवाल को समर्थन देते हुए कहा- RU को जातिगत राजनीति का अखाड़ा बना दिया गया है। लेकिन करणी सेना ऐसा नहीं होने देगी। इस चुनाव में हम बहन निहारिका जोर वालों के साथ तन मन और धन से जुड़ेंगे और इनकी जीत सुनिश्चित करेंगे। इतिहास में भी मीणा समाज ने महाराणा प्रताप का साथ दिया था। आज हम भी निहारिका को जिताकर उस कर्ज को चुकाएगे।
निहारिका ने अपने घोषणा पत्र में किये ये बड़े वादे
निःशुल्क छात्रा शिक्षा
NCC का सम्पूर्ण खर्च सरकारी वहन करवाना।
प्रवेश प्रक्रिया में NSS का वेटेज बढ़ाना
विवि में हर छह महीने में प्लेसमेंट सेल और रोजगार मेला का आयोजन
स्पोर्ट्स के विद्यार्थियों की सुविधा बढ़ाना और सरकारी खर्च पर किट वितरण
कोरोना के वजह से जान गवाने वाले परिवार के विद्यार्थियों को प्रवेश प्रक्रिया में अलग कोटा प्रदान करना
S.F.S कोर्स को रेगुलर में शामिल कर होस्टल सुविधा देना
जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग में स्थायी फेकल्टी लगाकर रेगुलर कोर्स में शामिल करना
किसान मजदूर तबके के विद्यार्थियों के शिक्षण शुल्क दिलवाना।
सभी कोचीज़ क्लास में गरीब तबके वर्ग के विद्यार्थियों को फीस में रियायत देना
EWS और OBC का अलग होस्टल और वर्तमान होस्टल में सीट बढ़ाना।
24x7 हेल्पलाइन नंबर जारी करुँगी जिससे छात्रों के समस्याओं का समाधान मैं खुद करूंगी
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