एनआईए की कोटा व बूंदी में छापामार कार्रवाई, कई महत्वपूर्ण दस्तावेज किए जब्त
कोटा: आतंकी गतिविधियों के देशभर में पॉपुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई) के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के दौरान शनिवार को एनआईए ने कोटा शहर के दो पुलिस थाना क्षेत्रों सहित बूंदी में अलग- अलग स्थानों पर कार्रवाई करने का मामला सामने आया है। टीम ने इस दौरान महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए । एनआईए की टीम ने कोटा विज्ञान नगर विस्तार में एडवोकेट अंसार इंदौरी से मामले में गहनता से पूछताछ की । जबकि कोतवाली थाना क्षेत्र में लाडपुरा में बड़ी मस्जिद के पास पॉपुलर फ्रंट आॅफ इंडिया के बंद कार्यालय पर नोटिस चस्पा किया । मस्जिद के सदर अब्दुल सईद से पीएफआई के बारे में जानकारी करते हुए पूछताछ की गई।
जानकारी के अनुसार सुबह 5 बजे के करीब एनआईए की टीम ने शहर के मानवाधिकार अधिवक्ता अंसार इंदौरी के घर पर छापा डाला। करीब तीन घंटे चली रेड में एनआईए ने उनके पास से सात किताबें जो विभिन्न मानवाधिकार संगठनों और प्रसिद्ध लेखकों की थी जब्त की । एडवोकेट अंसार से इस मामले में गहनता से पूछताछ की और पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया । बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई दिल्ली में दर्ज एक मुकदमें के संबंध में की गई । दिल्ली में दर्ज मुकदमे के क्षेत्राधिकार को लेकर राजस्थान हाई कोर्ट में पेंडिंग एक रिट में अंसारी एडवोकेट भी हैं। इसके बाद टीम ने करीब नौ से दस बजे के बीच कोतवाली थाना क्षेत्र के लाडपुरा में बड़ी मस्जिद के पास पीएफआई के पुराने दफ्तर पर छापामारा । दफ्तर बंद होने से नोटिस चस्पा किया गया। साथ ही मस्जिद के सदर अब्दुल सईद से भी गहनता से करीब एक - डेढ़ घंटे पूछताछ की गई। सईद ने टीम को जानकारी दी कि उन्होंने पूर्व में एक कमरा पीएफआई को किराए पर दिया था, लेकिन पाबंदी के बाद बंद करा दिया था। इसके बाद टीम चली गई और बूंदी पहुंची तथा पीएफआई के पदाधिकारी महावीर कॉलोनी निवासी अनीस अंसारी के घर पर छापा मार कर पूरे घर की तलाशी ली। इस दौरान टीम के क्या सबूत हाथ लगे इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। पीएफआई से पूर्व में अंसारी ने 2018 में हुए विधान सभा चुनाव भी लड़ा था।