52 दिन के इलाज के बाद 905 ग्राम वजनी नवजात से हुआ रोगमुक्त
सिटी न्यूज़: साढ़े सात महीने के नवजात शिशु को जीबीएच जनरल हॉस्पीटल, बेडवास में 52 दिन इलाज देकर रोगमुक्त किया गया. हॉस्पीटल के शिशु रोग विभाग में नवजात शिशुओं की देखभाल के लिए हर संभव संसाधन और विशेषज्ञों की टीम की उपलब्धता से यह संभव हो सका है. करीब दो महीने पहले जीबीएच जनरल हॉस्पीटल के एनआईसीयू में साढ़े सात माह के नवजात शिशु को परिजन लेकर आए थे. शिशु का वजन जन्म के समय मात्र 905 ग्राम था. उसे श्वास लेने में तकलीफ, निमोनिया एवं जांच में खून में संक्रमण पाया गया था. यहां नवजात शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अविनाश बोथरा और टीम ने नवजात शिशु को एनआईसीयू में वेंटीलेटर सपोर्ट पर लिया.
समय पूर्व प्रसव होने से बच्चे में ज्यादा तकलीफ थी और इस तरह के शिशु को बचाना भी मुश्किल रहता है, लेकिन यहां वेंटीलेटर सपोर्ट और जीवन रक्षक दवाइयों पर 52 दिन तक एनआईसीयू में रखते हुए नवजात को सुरक्षित बचा लिया गया. मां का दूध सेवन करना शुरू करने और वजन बढ़कर करीब डेढ़ किलो हो जाने, दिमाग की सोनोग्राफी और आंख की रेटिनोपैथी रिपोर्ट नार्मल आने के बाद शिशु को डिस्चार्ज कर दिया गया.