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राजस्थान: भरतपुर जिले में चिकसाना थाना इलाके के नोह गांव से करीब पांच महीने पहले गायब हुए एक युवक के मामले में नया मोड़ आया है। पुलिस सूत्रों से जानकारी मिली है, लापता युवक की हत्या उसकी पत्नी और प्रेमी ने ही की थी।
बता दें कि प्रेमी और प्रेमिका ने युवक के शव को बोरे में बांधकर श्मशान के पास कचरे से भरी नहर में फेंक दिया था। छह महीने तक महिला पुलिस और परिवार को गुमराह करती रही। घर में खून से सनी रजाई मिलने के बाद परिवार वालों को शक हुआ। पुलिस ने जब कड़ी पूछताछ की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ और नहर से युवक की 17 हडि्डयां बरामद हुई हैं। मामला भरतपुर के चिकसाना थाना इलाके का है। चिकसाना थाना अधिकारी (SHO) विनोद मीणा ने बताया, घटना नोह गांव की है। 29 मई 2022 को हरिप्रसाद शर्मा का बेटा पवन उर्फ पप्पी अचानक घर से गायब हो गया था। मामले की जांच आखिरकार पवन की पत्नी रीमा तक पहुंच गई। साथ ही सामने आया कि रीमा का अफेयर पवन के ही एक रिश्तेदार भागेंद्र उर्फ भोला से चल रहा था। दोनों ने मिलकर पवन को मारा था।
वहीं, सोमवार को नोह गांव में नहर के पास पवन के कपड़े और 17 हडि्डयां बरामद हुईं। इसके बाद पुलिस ने रीमा और उसके प्रेमी भागेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। पवन और रीमा के दो बच्चे भी हैं। बड़ा बेटा कार्तिक (6) और बेटी कृतिका (4) पिता की मौत की खबर सुनकर सहमे हुए हैं। रीमा कानपुर की रहने वाली है। कुछ दिनों से वह पीहर गई हुई थी। मामले की जांच के लिए रीमा को कानपुर और भागेंद्र को दिल्ली से बुलाया गया था।
प्रेमी भागेंद्र के साथ रीमा – फोटो : अमर उजालाबेटा बोला- पापा मर गया, अब दूर रहेंगे…
पवन की मौत की खबर सुनकर उसका छह साल का बेटा कार्तिक भी अपनी भावनाएं नहीं रोक सका। कार्तिक ने कहा कि पापा अब तक हमसे दूर नहीं रहे, लेकिन अब वो हमेशा के लिए दूर चले गए। कानपुर की रीमा और भरतपुर के पवन की शादी 3 जून 2015 को हुई थी। पवन तब दिल्ली में प्राइवेट जॉब करता था। वहीं दिल्ली में उसका दूर का रिश्तेदार भागेंद्र भी नौकरी करता था। भागेंद्र पवन का रिश्तेदार था, इसलिए पवन के घर उसका आना-जाना था। इसी दौरान भागेंद्र और रीमा करीब आ गए। जानकार होने के कारण भागेंद्र के लिए घर में किसी तरह की रोक-टोक भी नहीं थी। तभी रीमा और भागेंद्र के बीच अफेयर शुरू हो गया।
कुछ समय बाद पवन ने दिल्ली से नौकरी छोड़ दी और भरतपुर अपने घर के पास दुकान करने लगा। इसके बाद भी भागेंद्र दिल्ली से आता तो पवन के घर आ जाता था। मकसद रीमा से मिलना था। 29 मई 2022 को रीमा ने भागेंद्र को फोन कर दिल्ली से भरतपुर बुलाया। वह अपने एक दोस्त के साथ भरतपुर आ गया और रीमा के ससुराल पहुंच गया। पवन जब गहरी नींद में सो रहा था, तो रीमा ने भागेंद्र को घर के अंदर बुला लिया। भागेंद्र का साथी घर के बाहर खड़ा रहा।
अचानक खुल गई पवन की नींद…
इस दौरान पवन की आंख खुली तो उसने पत्नी रीमा और भागेंद्र को साथ में देख लिया। वह भागेंद्र पर झपटा तो दोनों के बीच झगड़ा शुरू हो गया। इस बीच भागेंद्र ने घर के बाहर खड़े अपने साथी को भी बुला लिया। रीमा ने पवन के पैर पकड़े और भागेंद्र और उसके साथी ने रस्सी से गला घोंटकर पवन का मर्डर कर दिया। इसके बाद शव को एक बोरी में डालकर दोनों युवक घर से करीब 500 मीटर दूर से निकल रही नहर में डाल आए।
भागेंद्र और उसका साथी रात में ही निकल गए। रीमा ने सुबह पति के गायब होने का नाटक किया। परिवार ने पवन को तलाशा लेकिन वह कहीं नहीं मिला। आखिर घरवालों ने 4 जून 2022 को चिकसाना थाने में पवन की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। इस वारदात के बाद रीमा और भागेंद्र ने आपस में बात करना बंद कर दिया। उन्हें डर था कि वे पुलिस के रडार पर न आ जाएं। उन्हें बात करनी होती तो किसी दूसरे नंबर से बात करते थे। भागेंद्र रीमा से पूरे मामले की अपडेट लेता रहा।
ससुर को बातों से हुआ शक…
डेढ़ महीने पहले 16 अक्टूबर 2022 को रीमा ने भागेंद्र को दिल्ली से भरतपुर बुलाया। पवन के पिता हरिप्रसाद ने बताया कि उन्होंने रीमा के साथ भागेंद्र को आपत्तिजनक हालात में देखा था, इसलिए बाहर से दरवाजे की कुंदी लगाकर दोनों को बंद कर दिया। तब भागेंद्र के परिवार के लोग मारपीट कर उसे छुड़ाकर ले गए थे।
हरिप्रसाद ने कहा कि हमने पुलिस को भी फोन किया लेकिन पुलिस ने तब कार्रवाई नहीं की। भागेंद्र ने धमकी दी थी कि जैसे तेरे बेटे को मार दिया, वैसे ही तुझे भी मार देंगे। इसके बाद उसके खिलाफ बेटे की हत्या की शिकायत दर्ज कराई थी। भागेंद्र खुद पुलिस को नहर लेकर गया और बताया कि उसने पवन को कहां फेंका था। इसके बाद 28 अक्टूबर को पवन के घरवालों ने रीमा को उसके पीहर कानपुर भेज दिया। इस दौरान पवन की दो बहनों में से एक बड़ी बहन दिल्ली से भरतपुर आई। 30 अक्टूबर को बहन ने रीमा के कमरे की तलाशी ली तो उसे 2 रजाइयां खून से सनी मिलीं। इस पर घरवालों का शक गहरा गया।
परिवार ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। चिकसाना थाना पुलिस ने रजाइयों को कब्जे में लेकर रविवार 20 नवंबर को कानपुर से रीमा को और दिल्ली से भागेंद्र को बुलाया। दोनों से पुलिस ने अलग अलग पूछताछ की तो उनकी बातों से पुलिस को शक हुआ। सख्ती से पूछताछ की तो दोनों ने कबूल कर लिया कि उन्होंने पवन की हत्या की थी। भागेंद्र की निशानदेही पर पुलिस को पवन की शर्ट नहर से मिल गई। इसके बाद पवन की पैंट भी मिली, जिसमें 17 हडि्डयां, पर्स और लेमिनेटेड कागजात मिले।
रीमा और भागेंद्र ने पुलिस को बताया कि उन्होंने गला दबाकर पवन की हत्या की थी उसके बाद शव को नहर में फेंक दिया था। दोनों को मौके पर ले जाकर तस्दीक कराई गई। सोमवार को भी नहर और आस-पास के इलाके की तलाशी ली गई। पुलिस ने दोनों आरोपियों को हत्या के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जांच जारी है।
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