राजस्थान

अलवर रिश्‍वत मामले में नया खुलासा- अवैध खनन और क्रेशर चलाने वालों से रिश्वत लेता था IAS पहाड़िया

Gulabi Jagat
25 April 2022 3:17 PM GMT
अलवर रिश्‍वत मामले में नया खुलासा- अवैध खनन और क्रेशर चलाने वालों से रिश्वत लेता था IAS पहाड़िया
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राजस्थान के अलवर में पांच लाख की रकम रिश्वत में लेने के मामले में गिरफ्तार
जयपुर! राजस्थान के अलवर में पांच लाख की रकम रिश्वत में लेने के मामले में गिरफ्तार हुए भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी नन्नूमल पहाड़िया और राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) के अधिकारी अशोक सांखला भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की जांच में प्रतिदिन नए खुलासे हो रहे हैं।एसीबी की जांच में अब सामने आया है कि पहाड़िया अलवर जिले में कलक्टर रहते हुए अवैध खनन और क्रेशर प्लांट चलाने वालों से मासिक बंधी लेता था ।
दिल्ली एनसीआर के निकट होने के कारण यहां पत्थर महंगे काफी दामों पर बिकता है। पहाड़िया ने जिले में अवैध खनन रोकने के लिए सांखला की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित कर रखी थी । सांखला अवैध खनन करने वालों को नोटिस देता था या फिर उनकी खान सीज करता था ।
इसके बाद दलाल नितिन शर्मा के माध्यम से पैसे लेकर फिर से अवैध खनन और क्रेशर प्लांट चलाने की अनुमति दी जाती थी । एसीबी की जांच में सामने आया कि नौगांवा में एक प्लांट में पहाड़िया की भी हिस्सेदारी है। जांच में सामने आया कि पहाड़िया,सांखला और शर्मा आपस में व्हाट्सअप काल पर बात करते थे। रिश्वत देने वालों से पहले शर्मा मिलता था और विश्वास होने पर पहाड़िया व सांखला मिलता था।
यह है मामला
पहाड़िया,सांखला और शर्मा को शनिवार को पांच लाख की रिश्वत लेने के मामले में एसीबी ने गिरफ्तार किया था । एसीबी कोर्ट के निर्देश पर तीनों को सात मई तक जेल भेज दिया गया । पहाड़िया के लिए रिश्वत लेने के मामले में सांखला और शर्मा मध्यस्थ काम करते थे । दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस हाइवे का निर्माण करने वाली जिस बनाने वाली कम्पनी के प्रतिनिधि की शिकायत पर एसीबी ने उन्हे पकड़ा है,उससे मिलने वाली पांच लाख की रकम में से सांखला को एक लाख और शर्मा को पचास हजार नकद मिलने थे ।
शिकायत के सत्यापन में सामने आया था कि प्रति माह पहाड़िया कम्पनी से पांच लाख रुपए की रिश्वत लेते थे। जिसमें से पहाड़िया को चार लाख और सांखला को एक लाख रुपए मिलते थे। उन्होंने 16 महीने में करीब 70 लाख रुपए रिश्वत ली थी। इस मामले की जांच एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एमएन की अगुवाई में हो रही है।
उल्लेखनीय है कि पहाड़िया का अलवर कलक्टर के पद से जयपुर में विभागीय जांच आयुक्त पद पर दस दिन पूर्व हुआ था । नए कलक्टर नकाते शिवप्रसाद मदन ने कार्यभार भी ग्रहण कर लिया था। लेकिन पहाड़िया रिश्वत की रकम वसूलने के लिए अब तक कलक्टर के सरकारी आवास में ही रह रहा था ।
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