नीट की परीक्षा संपन्न, प्रदेश के 24 शहरों में बनाए केन्द्र
जयपुर: देश का सबसे बड़ा मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम राष्ट्रीय सह-पात्रता परीक्षा (नीट-2023) छिटपुट घटनाओं को छोड़कर रविवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्थाओं के बीच सम्पन्न हुई। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से हुई परीक्षा में देशभर में 20,59,006 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। इन छात्रों ने देश के 499 शहरों और भारत के बाहर 14 शहरों में परीक्षा दी। इनमें राजस्थान के विद्यार्थियों की संख्या 1,76,902 है। राजस्थान के विद्यार्थियों ने 24 शहरों के 354 केंद्रों पर परीक्षा दी। प्रदेश के जयपुर, कोटा, उदयपुर, बाड़मेर, नागौर, बारां, चितौड़गड़, सिरोही, धौलपुर, हनुमानगढ़, पाली, भीलवाड़ा, करौली, सीकर, भरतपुर, श्रीगंगानगर, दौसा, सवाई माधोपुर, झुंझुनूं, बीकानेर, अलवर, चूरू, जोधपुर, अजमेर में परीक्षा हुई।
1:30 बजे के बाद नहीं दिया प्रवेश
परीक्षार्थियों को नीट यूजी की परीक्षा के लिए सुबह 11 से दोपहर 1:30 बजे तक एंट्री दी गई। दोपहर 1:30 बजे एंट्री पूरी तरह से बंद कर दी। इसके बाद किसी भी विद्यार्थी को प्रवेश नहीं दिया गया। परीक्षा देने के पहले अभ्यर्थी को प्रवेश पत्र और सरकार का जारी पहचान पत्र देखकर ही प्रवेश दिया।
दिल्ली एनटीए के आफिस से हुई सीधी निगरानी
एनटीए ने सभी परीक्षा केन्द्रों पर मोबाइल जैमर, बायोमेट्रिक मशीन, फ्रिस्किंग और मेटल डिडेक्टर की व्यवस्था की गई ताकि गड़बड़ी को रोका जा सकें। हर परीक्षा केन्द्र पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए, जिसमें पुलिसकर्मी और प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी भी तैनात नजर आई। हर परीक्षा केन्द्र पर एनटीए ने आब्जर्वर और डिप्टी आब्जर्वर को तैनात किया गया।
यह रहा खास:
परीक्षार्थी को पैन सेन्टर पर ही दिया।
परीक्षार्थी को पानी की पारदर्शी बोतल और सेनेटाइजर के साथ प्रवेश दिया।
किसी भी तरह का इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स साथ नहीं ले जाने दिया।
परीक्षार्थियों को 720 नंबरों के 180 क्वेश्चन अटेम्प्ट करना था।