कोटा: शहर के वार्ड 45 में सड़के खुदी हुई है। जिससे वहां निवास करने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वार्ड में खेल मैदान नहीं होने से खिलाड़ियों को अभ्यास के लिए इधर उधर भटकना पड़ता है। हालांकि वार्ड में कई विकास कार्य हुए है जिसे पार्कों विकास और लगभग पूरे क्षेत्र में डाली जा रही पीने के पानी की लाइन से पेयजल की समस्या कुछ हद तक निजात मिली है। अभी वार्ड में कई कार्य शेष है। कोटा नगर दक्षिण के वार्ड 45 की पार्षद भले ही भाजपा की हो लेकिन वार्ड में विकास के कई कार्य हुए हैं लेकिन वार्ड में अभी भी कई कार्य होने शेष है, आवश्यक हैं। मसलन कोटड़ी घाट पर पैदल पुल बनना। लगभग साढेÞ चार हजार मतदाता वाले इस वार्ड के लोगों का कहना है कि पार्षद ने उनको कई समस्याओं से निजात दिलवाई है। कोटा नगर निगम के इस वार्ड में हरिजन बस्ती, भोई मोहल्ला, खटीक मौहल्ला, सब्जीमंडी वाला पूरा क्षेत्र, शराब के ठेके के सामने का सम्पूर्ण क्षेत्र आदि इलाके आते हैं। वार्ड के कुछ लोगों का कहना है कि कुछ समय पहले तक उनके वार्ड में नालियों की काफी समस्या थी, टूटी-फूटी और हमेशा भरी रहती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं है। काफी हद तक नालियों के हालात सुधारे जा चुके हंै। वहीं वार्ड के कुछ लोगों ने ये भी कहा कि काम भले ही हुए हैं लेकिन कई समस्याएं आज भी बनी हुई हैं। सड़कें खुदी हुई हंै लोगों को परेशान होना पड़ रहा हंै।
वार्डवासियों ने बताया कि क्षेत्र में पीने के पानी की पाइप लाइन का काम ऐसा हुआ है जिससे लोगों को एक बड़ी समस्या से निजात मिली है। कुछ समय पहले तक वार्ड की हर गली में आवारा मवेशी और श्वानों का झुंड नजर आता था लेकिन अब ये यदा-कदा ही नजर आते हैं। सड़कों के हालात सुधर गए हैं। पहले रोड पर गड्ढेंÞ नजर आते थे लेकिन आज बहुत कम हो गए हैं। वार्ड के कई स्थानों पर सीसी सड़कों का निर्माण हो चुका है। कचरा उठाने वाले समय पर आते हैं। निगम की ओर से समय पर साफ-सफाई करवाई जाती है। वार्ड के कुछ लोगों का कहना है कि भाजपा की होने के बाद भी पार्षद ने वार्ड के लोगों को निगम से मिलने वाली सुविधाएं दिलवाने का पूरा प्रयास किया है। हमारे यहां इस बात का असर नहीं दिखा है कि निगम में बोर्ड कांग्रेस का है। अब ये तो जरूरी नहीं है कि सब काम एक साथ हो, या सबके काम हो। काम होने में समय लगे तो लोगों को इंतजार भी करना चाहिए। लोग बताते है कि उन्हें उनकी शिकायतों को लेकर निगम जाने की भी जरूरत कभी-कभार ही पड़ती है वरना तो पार्षद को कहने के कुछ समय बाद ही उनकी शिकायतें दूर हो जाती है। पार्षद ने वार्ड के उद्यानों की दशा सुधार दी है। वार्ड पार्षद का इस बारे में कहना है कि उन्होंने वार्ड में काफी समय से बनी समस्याओं को दूर करवाया है। लोगों को नल के कनेक्शन दिलवाये हैं। हरदम इलाके के लोगों के लिए उपलब्ध हंू। कोई भी हो अगर समस्या का समाधान किया जा सकता है तो पूरा प्रयास करती हूं।
इनका कहना है
वार्ड में पीने के पानी की पाइप लाइन डाली जा रही है। लोगों को एक बड़ी समस्या से निजात मिलेगी। निगम में नेता प्रतिपक्ष बनने से पूर्व भेदभाव किया जाता था लेकिन अब सुनवाई होने लगी है। वार्ड में खेल मैदान की महत्ती आवश्यकता है। कुछ अन्य विकास कार्य भी करवाने हैं।
-शानू कश्यप, वार्ड पार्षद।
वैसे तो कई काम हो गए हैं लेकिन कुछ काम और हो जाए तो ठीक रहे। पार्षद को कहते ही काम हो जाता है। वार्ड से आवारा पशुआें को हटवाने में पार्षद ने काफी योगदान दिया है। पार्षद के कार्यकाल से पूरी तरह सन्तुष्ट हूं। कोई बड़ी समस्या फिलहाल वार्ड में नहीं हैं। पाइप लाइन के कारण रोड खुदे है लेकिन काम पूरा होते ही सड़क भी ठीक हो जाएगी।
-पंकज, वार्डवासी।
अभी हमारी गलियों में आवारा मवेशी कम ही नजर आ रहे हैं। निरन्तर सफाई हो रही है। पार्षद प्रतिनिधि रोजाना करीब 5 से 6 घंटे वार्ड में बिताते हैं। कोई भी काम कहो, अगर नियमानुसार है तो पूरा होता है। रामद्वारा से स्टील ब्रिज तक रोड बनाने की आवश्यकता है। किसी भी दल का हो काम सबके होते हैं।
-दीपक सिंह, वार्डवासी।