राजस्थान

नाथद्वारा की बदहाल सड़कें लोगों को दे रही दर्द

Shantanu Roy
16 July 2023 10:10 AM GMT
नाथद्वारा की बदहाल सड़कें लोगों को दे रही दर्द
x
राजसमंद। नाथद्वारा की बदहाल सड़कें लोगों को दर्द दे रही हैं. इससे स्लिप डिस्क और कमर दर्द के मरीज बढ़ रहे हैं। देशभर से नाथद्वारा आने वाले श्रीनाथजी के भक्त भी इन खराब सड़कों के कारण परेशान हो रहे हैं. नाथद्वारा जिला अस्पताल में पिछले तीन माह में स्लिप डिस्क और कमर दर्द के 900 से ज्यादा मरीज आ चुके हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इसमें ज्यादातर मामले शहर की टूटी सड़कों के कारण होते हैं। क्षतिग्रस्त सड़कों के कारण कई लोग पैर और कमर की बीमारियों के भी शिकार हो चुके हैं। ऊबड़-खाबड़ सड़कों के कारण लोगों के पैर, गर्दन और पीठ का दर्द बढ़ गया है। क्षतिग्रस्त सड़कों ने वाहनों के रखरखाव की लागत भी बढ़ा दी है। शहर में टूटी सड़कें अब आम बात हो गयी है. इस ओर न तो नगर पालिका और न ही जिला प्रशासन ध्यान दे रहा है। शहर में विकास कार्य तो हो रहे हैं, लेकिन इसकी गति काफी धीमी है. शहर में जगह-जगह भूमिगत बिजली केबल और पाइपलाइन बिछाने के लिए सड़कें खोदी गई हैं, लेकिन उसके बाद भी गड्ढों को भरकर पैचवर्क नहीं किया गया है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. नाथद्वारा में सड़कों पर बिखरी गिट्टियां और सड़कों पर बने गड्ढे कई बार जानलेवा साबित हो चुके हैं।
लेकिन फिर भी नगर पालिका की आंखें नहीं खुल रही हैं. नाथद्वारा जिला अस्पताल में प्रतिदिन स्लिप डिस्क और कमर दर्द के 10 से 12 मरीज आ रहे हैं। शहर की क्षतिग्रस्त सड़कों के कारण लोगों की मांसपेशियों से संबंधित बीमारियाँ बढ़ रही हैं, और कहीं न कहीं टूटी सड़कों पर छोटी-बड़ी दुर्घटनाएँ भी हो रही हैं। नगर पालिका चेयरमैन मनीष राठी ने बताया कि शहर की सड़कों की मरम्मत के लिए एक करोड़ रुपये के टेंडर लगाए गए हैं। बारिश कम होते ही शहर की सड़कों की मरम्मत करायी जायेगी. नगर पालिका द्वारा हर साल पैचवर्क के नाम पर लाखों रुपये का बजट खर्च किया जाता है, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकल रहा है। साथ ही ठेकेदार द्वारा जल्दबाजी में काम पूरा कर दिया जाता है. लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद धरातल पर काम नहीं दिख रहा है. गड्ढों के कारण कमर दर्द, डॉक्टर की सलाह के बाद घर पर ही कर रहा आराम: मोहनगढ़ शहर निवासी सोहन परमार ने बताया कि 3 जुलाई को वह घर से फैक्ट्री जा रहा था। इस दौरान नया रोड पर स्कूटी के गड्ढे में कूदने से पीठ पर जोर पड़ा। मैं पिछले 10 दिनों से घर पर आराम कर रहा हूं. शांति पालीवाल ने बताया कि वह बस स्टैंड से घर की ओर जा रही थी, तभी 120 फीट रोड पर गड्ढों के कारण उनकी कमर में मोच आ गई, जिसके बाद उन्होंने अस्पताल में दिखाया और इलाज करा रही हैं. ज्योति शर्मा ने बताया कि वह रोजाना स्कूटी से ऑफिस जाती हैं। शहर की खराब सड़कों पर हिचकोले लेने के कारण एक महीने से उनकी पीठ में तेज दर्द हो रहा है, जिसके कारण वह ऑफिस से छुट्टी ले रही हैं और फिलहाल घर पर आराम कर रही हैं और एक निजी अस्पताल में इलाज करा रही हैं।
Next Story