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कोटा न्यूज: प्रदेश के राधे राधे... मैं नंदिनी गुप्ता... छाेटे कस्बे से निकली पहली लड़की... कोटा जैसे शहर से मुंबई जाकर अपने सपनों को साकार करने के लिए कोशिश करना आसान नहीं था। लेकिन, माता-पिता के सपोर्ट से मैंने सपना साकार कर लिया। ये किसी चैलेंज से कम नहीं था। फेल्याेर के सामने चैलेंज हाेता है। 9वीं में गणित में फेल हो गई थी। 70 में से 15 अंक आए थे। निराश हाे गई। शिक्षकाें ने कहा कि पढ़ाई जारी रखाे। उनकी बात मानी।
आखिर मैनेजमेंट में सैकंड पाॅजिशन बनाई। अब मिस इंडिया भी बन गई। किसी ड्रीम काे अचीव करने काे पैशन बनाओ। उस पर काम कराे। कठिन परिश्रम कराे। अपना गाेल सेट करिए। तभी इस तरह का मुकाम हासिल कर सकेंगे। बैकग्राउंड मायने नहीं रखता, कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कहां से आते हैं।
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