राजस्थान

मुनि ने समिति के मुखिया पर सम्यक्त्व वर्धन एवं लौंग संस्कार क्रिया कराई

Admin Delhi 1
7 Aug 2023 5:28 AM GMT

भीलवाड़ा: जीवन में सबसे अच्छी दोस्ती दादा-पोता और दादी-पोती की होती है। दादा-दादी के जीवन में पोता-पोती अंतिम दोस्त और पोते-पोती के जीवन में सबसे पहला दोस्त दादा-दादी होते हैं। चाहते हो बुढ़ापा गुनगुनाते हुए सुख-शांति से बीते तो अपने पोते-पोतियों से घुल मिल जाओ और उन्हें अपना खास दोस्त बना लो। ये विचार चंद्रशेखर आजादनगर स्थित रूप रजत विहार में रविवार को साध्वी इंदुप्रभा के सानिध्य में दादा-दादी दिवस पर विशेष प्रवचन में डॉ. दर्शनप्रभा ने व्यक्त किए। धर्मसभा में चेतनाश्री ने गीत से बात शुरू की। साध्वी इंदुप्रभा ने कहा कि दादा-दादी का कर्तव्य है कि अपने पोते-पोतियों को संस्कारवान आदर्श नागरिक के रूप में तैयार करें। डॉ. समीक्षाप्रभा ने श्रावक के 12 व्रतों छठे व्रत दिशा परिमाण व्रत की चर्चा की। धर्मसभा में तपस्वियों के तप की अनुमोदना के साथ सम्मान किया।

भीलवाड़ा | आरके कॉलोनी स्थित आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में रविवार सुबह मुनि आदित्यसागर महाराज के हाथों कमलनयन शाह के पौत्र समित के मस्तक पर सम्यक्त्व वर्धन क्रिया एवं लवंग संस्कार क्रिया की गई। महाराज ने समित का जैन श्रावक के रूप में अभिषेक, आहारदान का पात्र बनाया। ट्रस्ट अध्यक्ष नरेश गोधा ने बताया कि सुबह विवेक शाह के पुत्र समित को उनके निवास से बग्घी में जुलूस के साथ आरके कॉलोनी मंदिर लाया गया। मंदिर के बाहर अजय बाकलीवाल, राजकुमार सेठी, चैनसुख शाह, राजकुमार अग्रवाल ने स्वागत किया। धोती दुपट्टा पहन कर समित व शाह परिवार ने स्वर्ण कलश से आदिनाथ भगवान का 108 रिद्धि मंत्रों से अभिषेक व शांतिधारा की। बाद में भक्तांबर मंडल विधान पूजन किया। पूजा में सुरेंद्र गोधा, पूनम कोठारी, पिंकी शाह, निकिता, किरण जैन, मुन्नादेवी सेठी, मिश्रीलाल अग्रवाल, वीणा मंगल आदि शामिल थे। तरण ताल प्रांगण में प्रवचन में आदित्यसागर महाराज ने कहा कि व्यक्ति सोचता क्या और करता कुछ ओर है।

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