राजस्थान
आमेट के तुलसी अमृत विद्यापीठ में मोटिवेशनल स्पीच का हुआ आयोजन
Shantanu Roy
25 Jan 2023 9:53 AM GMT

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बड़ी खबर
राजसमंद। मंगलवार को आमेट स्थित तुलसी अमृत विद्यापीठ में प्रेरक भाषण का आयोजन किया गया। युग प्रधान आचार्य महाश्रमण की आज्ञानुसार शासक मुनि रवीन्द्र कुमार के सहयोगी संत मुनि अतुल कुमार के सान्निध्य में प्रेरक उद्बोधन हुआ। मुनि अतुल कुमार ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि हर व्यक्ति में कुछ आदतें अच्छी होती हैं तो कुछ आदतें बुरी होती हैं। हमें अपनी बुरी आदतों को कम करने और अपनी अच्छी आदतों को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाने की कोशिश करनी चाहिए। बुरी आदतों को सीखने की तुलना में अच्छी आदतें सीखना कहीं अधिक कठिन है, लेकिन असंभव नहीं है। अच्छी आदतों का होना जरूरी है क्योंकि एक अच्छी आदत हमारे जीवन को काफी हद तक सकारात्मक बनाती है। खुद पर गौर करें कि कौन सी आदतें आपको बेहतर बनाती हैं और कौन सी आदतें आपको खराब बनाती हैं। जितने भी सफल लोग हैं, उन्होंने एक भी ऐसा काम नहीं किया जो उन्हें नीचा दिखाए, उन्हें नीचे गिराए।
सफल लोग कभी टीवी नहीं देखते, सफल लोग कभी गॉसिप नहीं करते, सफल लोग कभी दूसरों की आलोचना नहीं करते, सफल लोग कभी किसी को निराश नहीं करते, सफल लोग कभी देर तक नहीं सोते, सफल लोग कभी दूसरों की आलोचना नहीं करते, सफल लोग कभी अपनी आलोचना नहीं करते निर्माण में समय लगता है। अतीत में जा कर पता लगाइए कि आखिर ऐसी कौन सी आदत है जो मुझ पर हावी हो गई है। अगर बुरी आदत न बदली जाए तो वह हमारा समय बदल देती है। अच्छी आदतें अक्सर हमें बचपन के दिनों में सिखाई जाती हैं और यह जीवन के अंत तक हमारे साथ रहती हैं। इस दौरान प्राचार्य जितेंद्र लोढ़ा, अणुव्रत समिति के अध्यक्ष डाली चंद कछरा ने अपने विचार रखे. तुलसी अमृत विद्यापीठ अध्यक्ष गणपत डांगी ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में तेरापंथ सभा के मंत्री ज्ञानेश्वर मेहता, महेंद्र बोहरा, महिला मंडल अध्यक्ष मीना गेल्डा, तेयुप अध्यक्ष पवन कछरा, चेतना दांगी, शांतिलाल सोनी, मनु सांखला आदि मौजूद रहे. कार्यक्रम का कुशल संचालन अणुव्रत समिति की समन्वयक रेणु छाजेड़ ने किया।
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