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कोटा। कोटा मकर संक्रांति पर्व पर कोटा में जहां जमकर पतंगबाजी हुई वहीं चाइनीज मांझे की वजह से लोगों की जान के साथ-साथ पक्षियों की जान पर भी बन आई। जहां लोग चाइनीज मांझे की वजह से घायल हुए हैं,वहीं दूसरी तरफ तीन दर्जन से ज्यादा पक्षी चाइनीज मांझा की वजह से घायल हुए। ह्यूमन हेल्पलाइन के मनोज जैन आदिनाथ ने बताया कि पिछले 3 दिन में 50 से ज्यादा पक्षी घायल हुए हैं। पतंग उड़ाने के दौरान चाइनीज मांझा की वजह से कट लगने, तारों पर उलझे हुए मांझे में फंसने की वजह से ज्यादातर पक्षी घायल हुए। जिनमें से कई की मौत भी हुई तो 3 दर्जन से ज्यादा पक्षियों को बचाया भी गया। मनोज जैन आदिनाथ ने बताया कि केवल मकर संक्रांति के अवसर पर 14 जनवरी को ही 32 पक्षी घायल हुए।
चाइनीज मांझा की वजह से एक ब्लैक काईट पक्षी के पंख कट गए। वह उड़ नहीं सका और सड़क पर जा गिरा। सूचना पर पक्षी को रेस्क्यू किया गया और उपचार करवाया गया। इसी तरह एक कबूतर का ऑपरेशन कर उसके पंख जोड़े गए। इसी तरह अलग-अलग पक्षियों के इलाज पशु चिकित्सालय में कराये गए। कोटा शहर में प्रतिबंध के बावजूद भी चाइनीज मांझे की जमकर बिक्री और खरीद हुई। जिला कलेक्टर ने चाइनीज मांगने पर प्रतिबंध के साथ ही खरीद बिक्री पर रोक लगाते हुए कार्यवाही के निर्देश दिए थे।
चाइनीज मांगने पर प्रतिबंध के शादी खरीद बिक्री पर रोक लगाते हुए कार्यवाही के निर्देश दिए थे। हर साल कार्यवाही नगर निगम के अग्निशमन विभाग की टीम करती है। लेकिन इस बार केवल एक दो दुकानों की चेकिंग के अलावा टीम में कोई कार्यवाही नहीं की। जिसके चलते चाइनीज मांझे का शिकार लोगों के साथ साथ पशु पक्षी भी बने। कोटा शहर का पतंगबाजी के दौरान एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इनमें पतंग उड़ाने के दौरान छत से गिरने से कई बच्चे चोटिल हुए तो चाइनीज मांझे की वजह से ज्यादातर लोगों को चोटे आई है। इसमें ज्यादातर वाहन चालक चाइनीज मांझा अचानक आ जाने की वजह से चोटिल हुए।

Admin4
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